भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में उम्मीदवार का विरोध अपने चरम पर
भोपाल
भाजपा और कांग्रेस में उम्मीदवारों के नाम फाइनल होने के बाद विरोध के स्वर सुनाई देने लगे हैं। कई जगहों पर मान-मनौव्वल चल रही है, तो कहीं से नेताओं के समर्थक अपने पूरे दम-खम के साथ डटे नजर आ रहे हैं। दोनों ही दलों को लगभग 75 सीटों पर भितरघात का डर सता रहा है। बहुमत का आंकड़ा 116 है, इसे पाने के लिए भाजपा-कांग्रेस को सख्ती और समन्वय दोनों का कम से कम समय में इस्तेमाल कर स्थिति पर काबू पाना होगा।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में उम्मीदवार का विरोध अपने चरम पर है। इसे रोकने में दोनों ही दलों को पूरी ताकत लगाना होगी, जो इस डैमेज कंट्रोल को कर लेगा वह सत्ता की दहलीज यानि 116 सीटों के करीब होगा। दरअसल दोनों ही दलों में करीब 75 सीटों पर डैमेज होने की स्थिति अपनो से ही बन रही है। इसे कंट्रोल नहीं किया गया तो स्थिति किसी भी दल के लिए घातक सिद्ध हो सकती है।
कांग्रेस में नाथ, सुरजेवाला, दिग्विजय जुटे
विरोध के स्वर कांग्रेस में ज्यादा दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस में लगभग 50 सीटों पर उम्मीदवार का विरोध हो रहा है। इस विरोध को नियंत्रित करने और नाराज लोगों को साधने में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ही अहम भूमिका निभा सकते हैं। वे पिछले दो दिन से भोपाल में ही हैं, उनके यहां पर भी नाराज लोग पहुंच रहे हैं। वहीं रणदीप सिंह सुरजेवाला भी डैमेज कंट्रोल करने में जुटे हुए हैं। सुरजेवाला जब युवा कांग्रेस में थे, तब उनके समय में कई नेता प्रदेश में पदाधिकारी थे, जो आज भी उनकी बात मानते हैं, ऐसे भी कई नेता उम्मीदवार का विरोध कर रहे हैं। सुरजेवाला इन नेताओं को समझाने का काम कर रहे हैं। वे लगातार मोबाइल फोन से ऐसे नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। वहीं कमलनाथ भी रविवार दोपहर से हर जिले से स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। वे भी मनाने में जुटे हुए हैं।
नाथ के बंगले के बाहर सुबह से हो रहा विरोध प्रदर्शन
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बंगले के बाहर सोमवार सुबह से ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। इसे देखकर भोपाल पुलिस ने उनके बंगले की सुरक्षा बढ़ा दी है। सुरक्षा बल में दो दर्जन से ज्यादा जवानों का इजाफा किया गया है। नाथ के बंगले पर सुबह होशंगाबाद के लोगों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद उनके बंगले पर लगातार भीड़ बढ़ती गई। दोपहर तक आधा दर्जन विधानसभा क्षेत्रों के नाराज लोग यहां पर प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए थे।
भाजपा में भी संगठन जुटा
वहीं भाजपा में 25 सीटों पर विरोध सामने आया है। इन सभी सीटों पर संगठन के नेताओं की नजर है। इन सभी को मनाने का काम शुरू कर दिया गया है। भाजपा के नेताओं ने इन्हें मनाने के लिए रविवार को ही रणनीति बना ली थी। हालांकि कांग्रेस की तुलना में भाजपा में विरोध के स्वर कम हैं, लेकिन एक दूसरे के देख कर यह विरोध बढ़ता रहा है। जिसे भाजपा अब हर हाल में रोकने का काम करेगी। डैमेज कंट्रोल करने के लिए एक-दो दिन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते मोर्चा संभालेंगे। वहीं संघ के लोग भी इसमें भाजपा नेताओं की मदद करेंगे।
भाजपा में प्रधानमंत्री से लेकर सरपंच तक हैं। देश की सबसे बड़ी पार्टी है। साथ ही सोलह राज्यों में भाजपा की सरकार है। परिवार बड़ा है। थोडी बहुत नाराजगी है। कहीं-कहीं कार्यकर्ता आवेश में आकर कुछ बोल देता है। हम सब एक ही परिवार के लोग है। हमारे यहां पर सबको अपनी बात कहने का हक है। पार्टी सभी लोगों को मना लेगी।
वीडी शर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष