इजरायल ने गाजा पर की बमबारी 70 लोगों की मौत, शहर छोड़ते वक्त बने एयरस्ट्राइक का निशाना
गाजा
इज़रायल और हमास के बीच युद्ध आठवें दिन भी जारी है. इस बीच हमास की तरफ से लेबनान से भेजे गए दो ड्रोन्स को इजरायली वायुसेना ने मार गिराया है. इस बीच इजरायली सेना ग्राउंड ऑपरेशन के लिए गाजा पट्टी में घुस गई है. मानवीय मामलों के समन्वय के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने दावा किया है युद्धग्रस्त गाजा के उत्तरी क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोग कथित तौर पर दक्षिणी क्षेत्र में चले गए हैं.
हमास का दावा 70 लोग मारे गए
इस बीच हमास ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए दावा किया है इजरायली वायुसेना द्वारा की गई एय़रस्ट्राइक में गाजा शहर से भाग रहे कम से कम 70 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.हालांकि इस पर अभी इजरायल की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इस बीच फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में शुक्रवार को 16 फ़िलिस्तीनियों की हत्या कर दी गई है.
अब तक 3200 से अधिक लोगों की मौत
वहीं गाजा पट्टी में इजरायली एयरफोर्स की हमास के ठिकानों पर बमबारी जारी है. आपको बता दें कि इजरायल और हमास के बीच पिछले शनिवार यानि 7 अक्टूबर को युद्ध छिड़ा था जब हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर कई निर्दोष लोगों की जान ले ली थी. युद्ध छिड़ने के एक सप्ताह बाद, संघर्ष में मरने वालों की संख्या अब 3,200 से अधिक हो गई जिसमें इजरायली हताहतों की संख्या 1,300 से अधिक बताई गई है, जबकि गाजा पट्टी में 1,900 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत की खबर है.
लेबनान बॉर्डर पर इजरायली एक्शन जारी
इजरायली रक्षा बलों के मुताबिक, ड्रोन को रोके जाने के बाद शुक्रवार को इज़राइली ड्रोन, तोपखाने और टैंकों ने लेबनान में लक्षित हमलों को अंजाम दिया और उत्तरी सीमा पर कई सैन्य चौकियों पर गोलीबारी की. यहां इजरायली सेना लेबनान स्थित हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह को निशाना बना रही है जिसने पिछले सप्ताहांत गाजा पट्टी पर हमास के हमले के बाद इजरायल के खिलाफ यहां से दूसरी तरफ से मोर्चा खोल दिया था. हमास के हमले में अभी तक 1,300 से अधिक इजरायली मारे जा चुके हैं.
इजरायली रॉकेट हमले में ध्वस्त होती हुई गाजा की एक इमारत
दरअसल हिज्बुल्ला के लड़ाकों ने लेबनान सीमा से ही बॉर्डर की दीवार तोड़कर इजरायल की सीमा में प्रवेश किया. बाद में इजरायल ने यहां कई सारी मिसाइलें दागी लेकिन उससे पहले ही हिज्बुल्ला ने ये पूरा इलाका आम नागरिकों से खाली करवा दिया. हिज्बुल्ला की तरफ से खासतौर से महिलाओं और बच्चों को निकाला गया.उसके बाद जो है यहां जो पुरुष है जो लड़ने के लिए बैठे हैं वो भी हिज्बुल्ला के फाइटर हैं. हमारी ऑफ रिकॉर्ड कई लडाकों से बात हुई जिनका कहना था की वो इस इन हमलों का बदला अबकी बार और आखिरी बार लेने जा रहे हैं और वो इंतजार कर रहे हैं कि इजरायल किस हद तक आएगा.
'गाजा में गहरा सकता है रसद का संकट'
बता दें कि गाजा में बिजली और पानी की सप्लाई ठप है. इजरायल ने गाजा बॉर्डर पर चारों तरफ से नाकेबंदी कर रखी है. इजरायल का कहना है कि जब तक उसके बंदी बनाए गए नागरिकों को नहीं छोड़ा जाता है तब तक वो गाजा में बिजली-पानी की आपूर्ति बंद रखेगा. वहीं, गाजा पट्टी के पास रहने वाले लोगों के जीवन पर संकट आ गया है. यहां यूएन रिलीफ एंड वर्क एजेंसी स्थानीय लोगों को कैंप में रखकर भोजन करवा रही है. हालांकि, इस एजेंसी के पास बहुत ही कम मात्रा में खाना और पानी बचा है. ऐसी स्थिति में कहा जा रहा है कि गाजा पट्टी में मुश्किल से 12 दिन का ही रसद है.
इजरायल ने अब तक गाजा पट्टी पर 6000 से ज्यादा बम गिराए हैं. इजरायल का दावा है कि उसने हमास के 3600 से ज्यादा ठिकानों पर तबाह कर दिया है. UN के मुताबिक, 23 लाख की आबादी वाले गाजा में हवाई हमलों के चलते लोग अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हैं. अब तक 423,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं. इनमें से ज्यादातर लोग UN द्वारा संचालित स्कूलों में सहारा ले रहे हैं.