मंदिर के मुआवजे के नाम पर लाखों रुपए का किया गबन मामले की शिकायत अभनपुर एसडीएम से…
मंदिर के मुआवजे के नाम पर लाखों रुपए का किया गबन मामले की शिकायत अभनपुर एसडीएम से कृष्णा मेश्राम नवापारा अभनपुर-
नेशनल हाईवे रोड पर स्थित मंदिर के मुआवजे के नाम पर लाखों रुपए गबन करने का मामला इन दिनों अभनपुर नगर1 पंचायत अंतर्गत चर्चे में बना हुआ है ।नगर पंचायत अभनपुर अध्यक्ष कुंदन बघेल द्वारा उरला स्थित शंकर पार्वती मंदिर के स्वामित्व की भूमि को अवैध रूप से अपने नाम पर नामान्तर करने तथा इसी भूमि के रायपुर विशाखापट्नम सडक़ कारिडोर मे आने के बाद करोड़ो रूपये का मुआवजा लेकर छत्तीसगढ़ शासन को चूना लगाने का मामला सामने आया है।
जागरूक ग्रामीणो की शिकायत के बाद एसडीएम ने जांच के आदेश दिये है। विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उरला के मालगुजार गिरधारी लाल ढ़ीमर पिता कटार ने अपने निजी भूमि खसरा नं. 848/1,848/3 रकबा क्रमश: 1.07,2.51 एकड़ सहित अन्य खसरा नंबरो की भूमि कुल 22 एकड़ भूमि शंकर पार्वती मंदिर के नाम पर दान मे दिया था जिसका पूर्ण मालिकाना हक वसीयतनामा के आधार पर शंकर पार्वती मंदिर को दिया था । उक्त खसरा नंबर की भूमि मे से 848/20, 848/21 रकबा 0.05, 0.05 हेक्टेयर भूमि जो मंदिर को दान मे दी थी जिसे नगर पंचायत अभनपुर अध्यक्ष कुंदन बघेल पिता श्याम लाल बघेल ने विधी के विरूद्ध अपने नाम पर नामातंरण करा लिया शासन द्वारा रायपुर से विशाखापट्नम सडक़ कारिडोर का निर्माण किया जा रहा है तथा उक्त जमीन इसी परियोजना मे आने के कारण दान मे दी गई इस जमीन का शासन द्वारा भू-अर्जन किया गया है तथा नपाध्यक्ष को करोड़ो रूपये की राशि का मुआवजा वितरण कर दिया है।
इसकी शिकायत अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व)एवं भू-अर्जन अधिकारी निर्भय कुमार साहू से भेंटकर मय दस्तावेजी साक्ष्य सहित किया है तथा मुआवजा राशि रोकने व एफआईआर दर्ज करने की मांग की है जिस पर एसडीएम श्री साहू ने तहसीलदार अभनपुर से जांच कर प्रतिवेदन देने के निर्देश दिये है नगर पंचायत अभनपुर अध्यक्ष कुुंदन बघेल भगवान शंकर पार्वती मंदिर ट्रस्ट के पदेन अध्यक्ष भी है इस संबंध मे अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अभनपुर ने बताया कि इस मामले की शिकायत मिली है जिस पर जांच के निर्देश दिये है रिपोर्ट मिलने पर उचित कार्यवाही की जायेगी। अब देखना होगा कि मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई होती है या नहीं या मामले को ठंडे बस्ते में डाल कर आपसी सेटिंग कर लिया जाएगा