नीमच में कांग्रेस प्रत्याशी को बाहरी बता कर जलाया गया पुतला, उठाई यह मांग

Spread the love

 भोपाल

कांग्रेस की सूची (Congress Candidates List) जारी होने के बाद लगातार विरोध और पुतला दहन के साथ-साथ इस्तीफे देखने को मिल रहे हैं. अब नीमच में भी पूर्व मंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र नाहटा के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नाहटा को बाहरी प्रत्याशी बताकर उनका पुतला दहन किया. कांग्रेस हाई कमान से प्रत्याशी बदलने की मांग भी की गई है.

मध्य प्रदेश का मालवांचल बेल्ट पहले ही बीजेपी का गढ़ माना जाता है. अब कांग्रेस ने इस गढ़ में सेंध लगाने के लिए कई बिंदुओं पर मंथन करते हुए कांग्रेस प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं. इतने मंथन के बाद दिए गए टिकट का भी विरोध हो रहा है. एमपी के उज्जैन में कांग्रेस के दावेदार विवेक यादव ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली. इसके बाद रतलाम जिले की आलोट विधानसभा सीट से पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू निर्दलीय मैदान में उतर रहे हैं.

अब नीमच में भी विरोध देखने को मिल रहा है. नीमच जिले की मनासा सीट से पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है. पूर्व में भी मनासा सीट से नरेंद्र नाहटा कांग्रेस को जीत दिला चुके हैं. नीमच के मनासा में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र नाहटा का पुतला दहन किया. कार्यकर्ता राधेश्याम ने आरोप लगाया कि नरेंद्र नाहटा मंदसौर जिले में निवास करते हैं जबकि उन्हें मनासा सीट से उतारा गया है. प्रत्याशी बाहरी होने की वजह से कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. पार्टी को जनहित में प्रत्याशी को बदलना चाहिए.

अभी 86 प्रत्याशी उतरना बाकी
कांग्रेस ने पहली सूची में 144 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. अभी इन 144 सीटों में से कई पर इस्तीफे, विरोध और प्रत्याशी बदलने को लेकर घमासान मचा हुआ है. अभी जिन 86 सीट की घोषणा आना बाकी है उन पर भी कई दावेदार है. इस बार कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं 230 विधानसभा सीटों के लिए 4000 आवेदन किए थे. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद इस बात को कह चुके हैं कि कांग्रेस में टिकट को लेकर काफी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली है.

कांग्रेस कैसे करेगी नाराजगी दूर?
इस विरोध को लेकर अब कांग्रेस के सामने बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. कांग्रेस दावेदारों की नाराजगी कैसे दूर करेगी? यदि कांग्रेस के नेता निर्दलीय या दूसरी पार्टी से चुनाव मैदान में उतरते हैं तो इसका खामियाजा कांग्रेस को उठाना पड़ सकता है. पूर्व में भी कांग्रेस को अपनी ही पार्टी के नेताओं से काफी नुकसान पहुंचा था. कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता विवेक गुप्ता के मुताबिक नाराज दावेदारों को मनाने का कार्य शुरू हो गया है. कांग्रेस किसी भी दावेदार को निर्दलीय नहीं लड़ने देगी, सभी को मना लिया जाएगा.

You may have missed