इजराइल का उत्तरी गाजा को खाली करने का आदेश ‘अत्यधिक खतरनाक’ : गुतारेस
संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि इजराइल का उत्तरी गाजा में करीब 11 लाख लोगों को 24 घंटे के भीतर वहां से चले जाने की चेतावनी देना ''अत्यधिक खतरनाक'' और ''कतई संभव नहीं'' है। उन्होंने कहा कि युद्ध के भी कुछ नियम होते हैं।
गाजा में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों को इजराइली सेना में उनके संपर्क अधिकारियों ने सूचना दी कि उत्तरी गाजा की तकरीबन 11 लाख आबादी को अगले 24 घंटे के भीतर दक्षिणी हिस्से में चले जाना चाहिए। यह आदेश संयुक्त राष्ट्र के सभी कर्मियों और उन लोगों पर भी लागू होता है, जिन्होंने स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और क्लीनिक समेत संयुक्त राष्ट्र केंद्रों में शरण ली हुई है।
गुतारेस ने यहां पत्रकारों से कहा, ''घनी आबादी वाले युद्ध क्षेत्र में 10 लाख से अधिक लोगों का ऐसे स्थान पर जाना जहां न भोजन है, न पानी और न ही रहने की जगह और जहां पूर्ण नाकाबंदी है, अत्यधिक खतरनाक और कुछ मामलों में तो बिल्कुल भी संभव नहीं है।''
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने पश्चिम एशिया की स्थिति पर सुरक्षा परिषद की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जाने से पहले ये टिप्पणियां कीं। उन्होंने कहा कि हवाई हमलों के कुछ दिन बाद इजराइली रक्षा बलों ने गाजा और उसके आसपास के इलाकों में फलस्तीनियों को दक्षिणी क्षेत्र में जाने का आदेश दिया है।
गहन चिंता व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि ''दक्षिणी गाजा में अस्पताल पहले ही भरे हुए हैं और वे उत्तरी गाजा के हजारों नये मरीजों का इलाज नहीं कर पाएंगे।'' उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य प्रणाली ''चरमराने के कगार'' पर है और ''मुर्दाघर भी भरे पड़े हैं।'' गुतारेस ने बताया कि 11 स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी पर रहते हुए हत्या कर दी गई है और पिछले कुछ दिन में स्वास्थ्य केंद्रों पर 34 हमले किए गए हैं।
गाजा की स्थिति को खतरनाक बताते हुए गुतारेस ने कहा कि पूरे क्षेत्र में जल संकट है और बिजली गुल है। उन्होंने कहा, ''युद्ध के भी अपने नियम होते हैं। संयुक्त राष्ट्र को गाजा में हर किसी को ईंधन, भोजन और पानी मुहैया कराने के लिए मानवीय सहायता पहुंचने की तत्काल आवश्यकता है।''
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि गत इजराइल पर हमास के ''वीभत्स आतंकी हमलों'' में 1,200 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हजारों अन्य घायल हो गए। इसके बाद गाजा में भीषण बमबारी में 1,800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों अन्य घायल हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने उत्तरी गाजा को खाली करने के इजराइल के आदेश पर पत्रकारों से कहा, ''संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि यह असंभव है कि ऐसा अभियान बिना मानवीय त्रासदी के पूरा हो जाए।''
मिकाती ने लेबनान को इजरायल के साथ युद्ध करने से रोकने का प्रयास किया
बेरुत
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने फ़िलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन (हमास) और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष और इजरायल के साथ बढ़ते सीमा तनाव के मध्य लेबनान को युद्ध में उतरने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है।
मिकाती ने एक साक्षात्कार में यह संकेत देते हुए कि हिजबुल्लाह अपना निर्णय ले सकता है। उन्होंने कहा कि किसी ने उनसे वादा नहीं किया था कि युद्ध नहीं होगा क्योंकि हालात लगातार बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध में जाने या शांति बनाए रखने का निर्णय सरकार द्वारा नहीं किया जाता है। उन्होंने यह इशारा किया कि हिजबुल्लाह एक सशस्त्र लेबनानी सैन्य समूह है जिसने पिछले सप्ताह इज़राइल के साथ गोलीबारी की थी। वह अपना निर्णय ले सकता है।
उन्होंने कहा कि लेबनान में स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखना उनकी प्राथमिकता और चिंता है। मिकाती ने जोर देकर कहा कि इजरायल को हिजबुल्लाह को भड़काना बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लेबनानी सेना क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के प्रयास में दक्षिणी लेबनान में अग्रिम पंक्ति में खड़ी है।
गौरतलब है कि 07 अक्टूबर की सुबह हमास द्वारा इजरायली शहरों पर किए गए हमले के समर्थन में हिजबुल्लाह द्वारा उसके अगले दिन यानी 08 अक्टूबर को शेबा फार्म्स में सैन्य स्थलों की ओर कई मिसाइलें दागी थी। जिस के बाद लेबनानी-इजरायल सीमा पर तनाव बढ़ गया है। इजरायल ने शुक्रवार को दक्षिणी लेबनान के अल-धाहिरा, अल्मा अल-शाब और यारिन शहरों के आसपास के क्षेत्र पर बमबारी करके अपना हमला तेज कर दिया। इसमें रॉयटर्स के लिए काम करने वाले एक लेबनानी फोटोग्राफर की मौत हो गई और छह अन्य पत्रकार घायल हो गए थे।