इजरायल में हमास आतंकियों कर रहे महिलाओं से रेप, आतंकियों ने लाशों को भी नहीं छोड़ा
येरूशलेम
हमास ने इजरायल में शनिवार को एक चौंकाने वाला हमला किया। एक म्यूजिकल फेस्ट में आतंकियों ने जमकर कहर बरपाया है। दक्षिणी इजरायल के सुकुट गांव में आतंकियों ने जमकर खून-खराबा किया। यहां पर 260 लाशें मिली हैं। अब इस कार्यक्रम के प्रत्यक्षदर्शी बता रहे हैं कि किस कदर हमास ने दरिंदगी दिखाई है। हमले में जिंदा बची एक महिला ने अपने दोस्त के सामने खून-खराबे का वह मंजर बयां किया है जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। आतंकियों ने लाश के सामने महिलाओं का बलात्कार किया और कई लोगों को बंदूक की नोक पर उड़ा दिया।
मंजर देखकर उड़े होश
एक प्रत्यक्षदर्शी अपने दोस्तों की तलाश में लौटा था और फिर उसने जो कुछ देखा, उसके होश उड़ गए। इस प्रत्यक्षदर्शी ने रुंधी हुई आवाज में अपने दोस्त को बताया है उसके सामने डेडबॉडीज पड़ी थीं। इनमें से ज्यादातर से शव युवा महिलाओं के थे, बिल्कुल ठंडे और क्षत-विक्षत पड़े थे। इन डेडबॉडीज पर कम कपड़े या तो बिल्कुल भी नहीं थे। इनमें से कई शव ऐसे थे जिन्हें एकदम करीब से गोली मारी गई थी। आतंकियों ने कारों को हथगोले से उड़ा दिया था। कुछ लोग ऐसे थे जो झाड़ियों के बीच छिपने के लिए भागने लगे। जिंदा बचे एक व्यक्ति ने याद करते हुए कहा, 'मुझे ऐसा लगा जैसे वे हमारे सिर के ठीक ऊपर गोली मार रहे थे।
ऐसा लगा हर तरफ हो रही फायरिंग
उन्होंने आगे कहा, 'मैं एक झाड़ी में घुस गया। ऐसा महसूस हुआ जैसे हमारे चारों ओर 180 डिग्री से गोलियां चल रही हैं। मैं समझ गया कि हम वहां कम से कम कुछ घंटों के लिए रहेंगे। और मेरे पास कुछ भी नहीं था। मुझे भी लगा काश मेरे पास मेरी सुरक्षा के लिए एक हथियार होता। ' आखिरकार उन्होंने अपने कुछ दोस्तों के साथ खुद सिक्योरिटी तक खुद पहुंचने का जोखिम उठाने का फैसला किया। कुछ लोग नंगे पैर थे और फिर भी उन्होंने खतरा मोल लिया। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सिक्योरिटी सड़क के करीब नजर आ रही थी। लेकिन जब चलना शुरू किया तो वह काफी दूर थी।
सेना को मिली कुरान की कॉपी
उन्होंने बताया, 'मैंने अपने दोस्तों से कहा, अगर हम सेना या पुलिस की कारों को लक्ष्य की तरह देखते हैं तो ही हम सड़क पर जा रहे हैं। नहीं तो फिर हम कभी नहीं पहुंच पाएंगे। जब हमने पुलिस और सेना की गाड़ियां देखीं तो हमें पता चला कि यह एक सुरक्षित जगह है।' बाद में जब भयानक हमला आखिरकार खत्म हो गया और आईडीएफ सैनिक हमलावरों को पकड़ने में कामयाब रहे तो उन्होंने इन ट्रकों की तलाशी ली। इन ट्रकों से आईडीएफ को आरपीजी लांचर, हाई टेक कम्युनिकेशन डिवाइसेज, एके -47 और बाकी ज्यादातर सोवियत संघ के बने हथियारों के साथ-साथ कुरान की भी कई कॉपी मिलीं।