कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य के लिए देवभोग थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक विजय मिश्रा को सम्मानित किया गया-

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*कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य के लिए देवभोग थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक विजय मिश्रा को सम्मानित किया गया-* *गजानन्द कश्यप देवभोग*- कोरोना (Corona) काल में उत्कृष्ट कार्य के लिए देवभोग थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक विजय मिश्रा को सम्मानित किया गया हैं। मिश्रा को जिले में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि ने अपने हाथों से प्रशत्ति पत्र और शील्ड देकर सम्मानित किया। यहां बताना लाजमी होगा कि कोरोना काल के दौरान प्रधान आरक्षक विजय मिश्रा ने अपने जान की परवाह किये बिना ड्यूटी के प्रति समर्पित भावना से काम करते हुए कोरोना से मृत हुए लोगों के शवों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए अंतिम संस्कार करवाया था। (Corona) मिश्रा ने कोरोना काल के दौरान आये मर्ग के मामलों को भी सूझबूझ से निपटाया था। इसी के साथ ही देवभोग थाने में पदस्थ आरक्षक राहुल तिवारी को भी कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया। कार्यशैली के चलते देवभोग रत्न का मिला हैं नाम (Corona) प्रधान आरक्षक विजय मिश्रा बहुत ही मिलनसार और सरल स्वभाव के पुलिसकर्मी हैं। जनता से उनका मधुर संबंध ने उन्हें क्षेत्र में एक अलग ही पहचान दिया हैं। इसी का परिणाम हैं कि श्री मिश्रा को उनके कार्यकुशलता के चलते देवभोग रत्न की उपाधि से भी नवाजा जा चुका हैं। प्रधान आरक्षक विजय मिश्रा मर्ग के मामलों में बहुत ज्यादा सक्रियता से काम करते हुए मृतक के परिजनों को राहत देने का काम करते हैं। यहां बताना लाजमी होगा कि कुछ साल पहले देवभोग नगर के बीचों बीच बनी कोस्टामुडा तालाब के बीच में गहरे पानी में डूबकर एक युवक की मौत हो गईं थी। उस दौरान मिश्रा अकेले तालाब के बीच पहुँचकर कांटे में फंसे मृतक के शव को निकालकर उसे तालाब से बाहर लेकर आये थे। उस दौरान प्रधान आरक्षक का काम देखकर क्षेत्र की जनता ने उनके पुलिसिंग की जमकर तारीफ की थीं। वही मर्ग के मामलों में श्री मिश्रा का कार्य हमेशा तारीफ के योग्य रहा हैं।

कार्यशैली के चलते देवभोग रत्न का मिला हैं नाम
(Corona) प्रधान आरक्षक विजय मिश्रा बहुत ही मिलनसार और सरल स्वभाव के पुलिसकर्मी हैं। जनता से उनका मधुर संबंध ने उन्हें क्षेत्र में एक अलग ही पहचान दिया हैं। इसी का परिणाम हैं कि श्री मिश्रा को उनके कार्यकुशलता के चलते देवभोग रत्न की उपाधि से भी नवाजा जा चुका हैं। प्रधान आरक्षक विजय मिश्रा मर्ग के मामलों में बहुत ज्यादा सक्रियता से काम करते हुए मृतक के परिजनों को राहत देने का काम करते हैं। यहां बताना लाजमी होगा कि कुछ साल पहले देवभोग नगर के बीचों बीच बनी कोस्टामुडा तालाब के बीच में गहरे पानी में डूबकर एक युवक की मौत हो गईं थी। उस दौरान मिश्रा अकेले तालाब के बीच पहुँचकर कांटे में फंसे मृतक के शव को निकालकर उसे तालाब से बाहर लेकर आये थे। उस दौरान प्रधान आरक्षक का काम देखकर क्षेत्र की जनता ने उनके पुलिसिंग की जमकर तारीफ की थीं। वही मर्ग के मामलों में श्री मिश्रा का कार्य हमेशा तारीफ के योग्य रहा हैं।

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