MG Motor में 35 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ड्राइविंग सीट पर बैठेंगे सज्जन जिंदल
मुंबई
जेएसडब्ल्यू ग्रुप (JSW Group) के चेयरमैन सज्जन जिंदल (Sajjan Jindal) पिछले कई महीनों से एमजी मोटर इंडिया (MG Motor India) में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब यह बातचीत फाइनल हो गई है। इस डील को भी जल्द ही फाइनल किया जा सकता है। दिवाली से पहले दोनों पक्षों के डील फाइनल करने की उम्मीद है। जिंदल इस ऑटो कंपनी की 32 से 35 फीसदी हिस्सेदारी खरीद रहे हैं।
एमजी मोटर इंडिया, शंघाई बेस्ड SAIC मोटर की सहायक कंपनी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सज्जन जिंदल की निजी कंपनी शुरुआत में 35% तक हिस्सेदारी लेगी। वहीं आईपीओ आने के बाद 49% और फिर 51% तक हिस्सेदारी लेने का विकल्प होगा। ऐसे में कंपनी पर चीनी स्वामित्व 40 फीसदी से कम हो जाएगा। इस डील को कई चरणों में लागू किया जाएगा।
एमजी मोटर नहीं रहेगी चीनी कंपनी
बता दें कि एमजी मोटर इंडिया ऑफर फॉर सेल (OFS) के रूप में अपना आईपीओ लॉन्च करेगी। इसमें SAIC अपना स्टॉक बेचेगी। इससे चीनी ओनरशिप करीब 38-40 फीसदी तक कम हो जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद एमजी मोटर एक चीनी कंपनी नहीं रहेगी। कंपनी के बोर्ड और प्रबंधन में भी बहुमत भारतीय प्रतिनिधित्व होगा। कंपनी इस वेंचर के लिए एक नया सीईओ नियुक्त करेगी। इसकी एक नई ब्रांड पहचान भी होगी।
चीन की कंपनी का अधिकार
एमजी मोटर पर चीन की कंपनी एसएआईसी मोटर कॉर्प का अधिकार है। एमजी मोटर को मॉरिस गैरेजेज के नाम से जाना जाता है। कंपनी ऑटो इंडस्ट्री का आइकॉनिक ब्रिटिश ब्रांड है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल और शंघाई मुख्यालय वाली एसआईसी मोटर कॉर्प ने डील की शर्तें फाइनल कर ली हैं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि प्रस्तावित सौदे में एमजी मोटर इंडिया की वैल्यू 1 बिलियन डॉलर तक आंकी जा सकती है।
साल 2019 में आई थी भारत
एमजी मोटर भारत में साल 2019 में उतरी है। भारत में यह कंपनी काफी नई है। एसएआईसी ने उसके बाद अब तक भारत में एमजी मोटर के बिजनेस पर करीब 5000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।अभी भारतीय पैसेंजर कार मार्केट में एमजी मोटर की बाजार हिस्सेदारी 1.26 फीसदी है।