दिल्ली आंदोलन की तरह कोरबा में भी किसानों ने सड़क पर खाया खाना

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कोरबा.
कुछ साल पहले दिल्ली में हुए किसान आंदोलन की झलक कोरबा में भी देखने को मिली है। एसईसीएल के भूविस्थापित कई घंटे कलेक्टर कार्यालय के गेट के सामने सड़क पर धरने पर बैठे रहे। इस आंदोलन में महिलाओं की संख्या अधिक है। 40 से अधिक गांव से आए आंदोलनकारियों ने पास में ही भोजन बनाया और सड़क के बीच बैठकर खाना भी खाया। ये मार्मिक तस्वीर को देखने वाले राहगीर भी भावुक हो गए।

सड़क के बीच बैठकर भोजन करते ये लोग एसईसीएल मैनेजमेंट के सताए हुए हैं। कुसमुंडा, गेवरा कोयला खदान से प्रभावित 300 से अधिक भूविस्थापितों ने अपनी जमीन गवां दी लेकिन अब भी अपने अधिकार से वंचित हैं। सालों बाद भी एसईसीएल ने इन्हें न नौकरी दी और न ही मुआवजा। विस्थापन की मार झेल रहे भूविस्थापितों ने अब आर-पार को लड़ाई शुरू कर दी है। दोपहर के करीब 2 बजे आंदोलनकारियों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर दिया। बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए। माहौल गरमाता देख प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और हड़ताल समाप्त करवाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित महिलाओं ने उनकी एक न सुनी।

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