भूस्खलन से बाधित रेलमार्ग मंगलवार को भी पूरी तरह से बंद रहा
जगदलपुर
कोरापुट-विशाखापटनम मार्ग पर मनबर व जरटी स्टेशन के बीच भूस्खलन से बाधित रेलमार्ग को रविवार की सुबह से ही इसे हटाने के लिए बड़ी संख्या में मशीनें और मजदूर मौके पर लगे हुए हैं। मौके पर करीब 30 पोकलैन, 80 ट्रक और 400 मजदूर काम में जुटे हुए हैं। लैंड स्लाइड के बाद ट्रैक पर मलबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 48 घंटे से एक बड़ी टीम काम पर लगी हुई है, लेकिन मंगलवार तक भी इसे नहीं हटाया जा सका है। यही वजह है कि इस रूट पर रविवार के बाद मंगलवार को भी सभी तरह की ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद रहा।
रेलवे सूत्रों की माने तो लैंड स्लाइड का मलबा हटाने का कार्य रविवार से अनवरत जारी है, लेकिन जिस तरह ट्रैक पर मलबा पड़ा हुआ है उसे देखकर जानकारों का कहना है कि यह कार्रवाई मंगलवार की रात तक जारी रह सकती है। इतना ही नहीं ट्रैक की तकनीकी खामियों को दूर करते-करते बुधवार तक का समय लग सकता है, और गुरुवार से रेलवे का संचालन सामान्य हो पाएगा। हालांकि इसे लेकर अभी कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से इंकार कर रहा है। उनका कहना है कि युद्ध स्तर पर काम चल रहा है जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक एके त्रिपाठी ने बताया कि राउरकेला-जगदलपुर एक्सप्रेस कोरापुट में चलेगी और वहीं से वापस लौटेगी। इसी तरह भुवनेश्वर-जगदलपुर हीराखंड एक्सप्रेस कोरापुट में रूकेगी और वापसी भी यहीं से होगी। विशाखापत्तनम-किरंदुल नाइट एक्सप्रेस कोरापुट में चलेगी, कोरापुट से 18513 बनकर विशाखापत्तनम वापस आ जाएगी। विशाखापत्तनम- किरंदुल पैसेंजर अराकू तक ही चलेगी और वहीं से वापसी करेगी। हावड़ा-जगदलपुर समलेश्वरी एक्सप्रेस टिटलागढ़ से शॉर्ट टर्मिनेट होगी और वहीं से वापस लौटेगी। सभी ट्रेनों का संचालन जगदलपुर के लिए ट्रैक के बहाल होते तक पूरी तरह से बंद रहेगी।