केरल में निपाह वाईरस फैलने का रिसर्चर तीव कुमार सोनी का रिसर्च सही सिद्ध | केरल सहित समुद्र तट के राज्यों में तेजी से फ़ैल रहा है निपाह वाईरस | रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने 03 माह पहले भारत सरकार को बता दिया था निपाह वाईरस फैलने का वैज्ञानिक सिद्धांत |  

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रायपुर | केरल में निपाह वाईरस फैलने का रिसर्चर तीव कुमार सोनी का रिसर्च सही सिद्ध हुआ है | केरल सहित समुद्र तट के राज्यों में तेजी से निपाह वाईरस फ़ैल रहा है | रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने 03 माह पहले ही 02.07.2023 को भारत सरकार को निपाह वाईरस फैलने का वैज्ञानिक सिद्धांत बता दिया था की जूलाई, अगस्त, सितंबर ,अक्टूबर  में से कोई भी दो माह में विश्व और भारत में वाईरसो का लहर रहेगा | भारत में कोरोना वाईरस के साथ ही डेंगू, स्वाईन फ्लू, बर्ड फ्लू , निपाह जैसे कई वाईरस का संक्रमण बढ़ जाएगा | समुद्र तट के राज्य केरल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु,उड़ीसा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, बंगाल में जादा संक्रमण होगा | 20 अप्रेल 2023 के सूर्यग्रहण से नया बाईरस, नया वेरियंट उत्पन्न होगा और जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर 2023  में कोरोना वाईरस का लहर आयेगा | केरल सहित समुद्र तट के राज्यों में तेजी से निपाह वाईरस फ़ैल रहा है जिससे रिसर्चर तीव कुमार सोनी का रिसर्च सही सिद्ध हुआ है | रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने वैज्ञानिक सिद्धांत की मान्यता के लिए भारत सरकार को आवेदन प्रस्तुत किया है | 

रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने भारत सरकार को प्रस्तुत रिसर्च में वैज्ञानिक सिद्धांत बताया की लगातार जून दिसंबर माह में सूर्यग्रहण होने पर पृथ्वी की नियंत्रक शक्ति कमजोर हो जाती है जिस कारण वाईरस महामारी उत्पन्न हो जाते है | वाईरस महामारी को यज्ञ के द्वारा या फिर E=mc2 वैज्ञानिक प्रयोग के द्वारा रोका जा सकता है अन्यथा वाईरस महामारी कई सालो तक रहते है और प्रत्येक सूर्यग्रहण पर नया वेरियंट उत्पन्न होता है और कोरोना वाईरस का लहर आता है | रिसर्चर तीव कुमार सोनी का दावा है की विश्व के सारे वैज्ञानिक मिल कर भी कोरोना वाईरस को नहीं रोक सकते है केवल उनके वैज्ञानिक सिद्धांत के द्वारा ही कोरोना वाईरस रुकेगा |

रिसर्चर तीव कुमार सोनी के वाईरस, महामारी, भूकंप, तूफ़ान, जलप्रलय के रिसर्च सही सिद्ध हो गए है

रिसर्चर तीव कुमार सोनी के सभी रिसर्च एक एक कर सही साबित होते जा रहे है | भारत सरकार को प्रस्तुत किये गए उनके 100 वैज्ञानिक रिसर्च सही सिद्ध हो गए है | उनके रिसर्चो को उनके वेबसाईट https://natureandcultureresearch.com में देखा जा सकता है | उन्होंने भारत सरकार को वैज्ञानिक सिद्धांत बताया है की सूर्यग्रहण के कारण सूर्य के विद्युत चुम्बकीय बल डिस्टर्ब हो जाता है जिस कारण पृथ्वी पर वाईरस, महामारी, भूकंप, तूफ़ान, जलप्रलय प्राकृतिक आपदा उत्पन्न होते है और सूर्य के विद्युत चुम्बकीय बल के द्वारा वाईरस, महामारी, भूकंप, तूफ़ान, जलप्रलय प्राकृतिक आपदा को रोका जा सकता है | उनके वैज्ञानिक सिद्धांतो की मान्यता के लिये भारत सरकार को आवेदन प्रस्तुत किया है |

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