अब झाँसी में बनेंगी घातक मिसाइलें, पाकिस्तान-चीन रहेंगे इसके जद में

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झांसी
लंबे इंतजार के बाद झांसी में डिफेंस कॉरिडोर में काम शुरू हो गया है. डिफेंस कॉरिडोर में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड की फैक्ट्री का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. 18 महीने के भीतर इस मिसाइल फैक्ट्री को तैयार कर लिया जाएगा. इसके बाद 2025 से यहां सेना के लिए मिसाइलें बननी शुरू हो जाएंगी. भारत डायनेमिक्स लिमिटेड रक्षा मंत्रालय की एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है. साल 2021 में फैक्ट्री को 455 एकड़ जमीन दी गई थी.

भारत डायनेमिक्स लिमिटेड इस जमीन पर 158 करोड़ रुपए की लागत से  फैक्ट्री बना रही है. बुंदेलखंड की एक बड़ी कंपनी को यह फैक्ट्री बनाने का काम दिया गया है. कंपनी द्वारा विधिवत पूजन करके फैक्ट्री बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. इस अवसर पर बीडीएल के दो अधिकारी अशोक कुमार और संदीप रेड्डी मौजूद रहे. पलायन का दंश झेल रहे बुंदेलखंड के लोगों के लिए यह फैक्ट्री वरदान की तरह साबित होगी. सरकार के दावों के अनुसार डिफेंस कॉरिडोर बनने से यहां के युवाओं को नौकरी मिलेगी.

यहां बनेंगी मिसाइल
झांसी के उपयुक्त उद्योग मनीष चौधरी ने बताया कि डिफेंस कॉरिडोर में काम शुरू होने का इंतजार काफी लंबे समय से लोगों को था. अब इसका काम शुरू कर दिया गया है. जल्द ही फैक्ट्री बनकर तैयार हो जाएगा. यहां पर गोला बारूद और मिसाइल बनाए जाएंगे. इसका उपयोग सीमा पर तैनात जवान करेंगे.

बीडीएल एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है जिसकी देखरेख रक्षा मंत्रालय करता है. यह कंपनी सरफेस टू एयर मिसाइल (एसएएम), एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजी एम), टॉरपीडो और एलाइड डिफेंस इक्विपमेंट बनाती है. सतह से हवा में मार करने वाली ‘आकाश’ मिसाइल बीडीएल ने ही बनाई है. आकाश मिसाइल की रेंज 350 किलोमीटर तक है. भारतीय सीमा पर भी इस मिसाइल को दागने से पाकिस्तान-चीन के इलाके जद में रहेंगे. इस कंपनी की शुरुआत साल 1970 में हुई थी और इसका मुख्यालय हैदराबाद में है.

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