बिजली की आंख मिचौली से लोग परेशान .. बिजली कर्मियों के लिए बारिश बना एक और बहाना

0
Spread the love

बिजली की आंख मिचौली से लोग परेशान .. बिजली कर्मियों के लिए बारिश बना एक और बहाना रिपोर्ट… नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ देवभोग गरियाबंद बारिश में चरमराई बिजली व्यवस्था मैनपुर क्षेत्र के सैकडो गांव अंधेरे में डुबा पिछले तीन दिनाें से मैनपुर क्षेत्र में हो रही बारिश से बिजली व्यवस्था के पोल खुलकर सामने आ गई, बिजली विभाग द्वारा बारिश से पूर्व मैनपुर क्षेत्र में बेहतर बिजली व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए तीन से चार दिनाें तक भीषण गर्मी में बिजली तार से लगे पेडो को भी कटाई छटाई के लिए बिजली बंद कर बारिश के दिनो में लगातार बिजली सूचारू रूप से देने का दावा किया जा रहा था, लेकिन पिछले तीन दिनाें से रूक रूककर हो रही बारिश से बिजली विभाग के दावे की पोल खोलकर रख दी है। आज गुरूवार को सुबह से मैनपुर क्षेत्र में बिजली बंद हुआ वह बिजली अभी समाचार लिखे जाने के समय रात 08 बजे के आसपास बहाल हो पाई, इसके बावजूद भी लगातार बिजली का आंख मिचौली मैनपुर क्षेत्र में जारी है, मिली जानकारी के अनुसार मैनपुर, गरियाबंद बिजली की मुख्य सप्लाई लाईन में पेड गिर जाने के कारण विद्युत व्यवस्था बाधित हो गई थी, जिसे बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारी और कर्मचारी पहुचकर देर शाम तक बिजली व्यवस्था बहाल किये है, बताया जाता है कि बिजली के मुख्य तार में बडे पेड गिर जाने के कारण इसकी सुधार में दिनभर का समय लग गया ,लेकिन दिनभर बिजली बंद हो जाने से मैनपुर क्षेत्र के सैकडो गांव अंधेरे में डुबा रहा और गांव में मोटर पम्प नही चल पाने के कारण पेयजल की दिक्कतो का सामना करना पडा ,वही लगातार बारिश से क्षेत्र में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है, सावन की झडी ने ठंडकता प्रदान किया है तो किसानों को काफी राहत दी है इसके कारण किसानों के चेहरे में मुस्कान ला दिया है। आपको बता दें कि बिजली सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रतिवर्ष बारिश पूर्व रखरखाव के लिए प्रतिदिन 10 से 15 दिन में 4/5 घंटे का बिजली कटौती किया जाता है बावजूद इसके प्रति वर्ष बारिश में यहां की जनता को बिजली की आंख मिचोली का सामना करना पड़ता है जिसका सत्याग्रह टीम ने भी अनेकों बार धरना प्रदर्शन कर सुविधा देने की मांग की पर आज तक बिजली विभाग कुंभकरण की नींद से नहीं जागी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed