मुड़ागाँव ग्रामीणों के सुविधा के लिए बिछाया मुरुम, लोगों का बढ़ा रहा परेशानी, गुणवत्ताहीन मुरुम मिट्टी ज्यादा गरियाबंद / देवभोग : शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास व विस्तार के लिए कई विकासमूलक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं मूलभूत सुविधा आम जनों तक पहुंचे साथ ही इसका लाभ जमीनी स्तर पर ग्रामीण ले सकें इसके लिए सरकार वित्त की राशि जारी किया है ताकि पंचायतों में जरूरत के अनुसार विभिन्न जनहितकारी कार्य कर सकें पर कुछ जिम्मेदार लोगों के मनमानी पर यहाँ यह कार्य भी प्रभावित होता नजर आता है ग्राम पंचायत मुड़ागांव में मूलभूत का पैसा निकाल कर सरदापुर, टिप पारा, के सड़को पर मुरुम बिछाया गया है वर्षों से गड्ढे में तब्दील रहे सड़को पर मुरुम का मरहम लगाया गया ताकि बरसात में दुस्वार बन रहे रास्तों पर लोगों को राहत मिले गौरतलब है कि करीब 10 साल बाद टिप पारा में मुरुमि करण हुआ है पंचायत पर कई सरपंच आये चले गए पर रास्ता ज्यों का त्यों था इस बार इसका जीर्णोद्धार किया गया पर गुणवत्ताहीन मुरुम ने लोगों की मुसीबत और बढ़ा दिया है ग्रामीणों ने बताया कि इसमें मिट्टी की मात्रा अधिक होने से बरसात में कीचड़ पनप रहे हैं ऊपर से रोजाना गाड़ी मोटर साइकिलों के आवाजाही से कीचड़ ज्यादा फैल रहा है फिसल कर गिरने का खतरा बढ़ गया है यह कोई बड़ा दुर्घटना को न्यौता दे रहा है वहीं दूसरी ओर लोगों का कहना है कि इस पर रोलर नहीं चलाया गया जिस वजह से उबड़ खाबड़ ज्यादा है जहाँ बरसात का पानी जमा हो रहा है अगर इसको ठीक ढंग से समतल किया गया होता तो आज ये दिन देखना नहीं पड़ता ज्ञात हो यह मुरुमिकरण लाखों रुपये का है जब मुरुम बिछाया गया तब पंचायत के पास पैसे थे, समतल करने की बारी आई तब जेसीबी लाकर समतल किया गया जो कि समझ से बाहर है अब लोगों की परेशानी बढ़ रहा है इसका जिम्मेदार कौन है ?
ज्ञात हो यह मुरुमिकरण लाखों रुपये का है जब मुरुम बिछाया गया तब पंचायत के पास पैसे थे, समतल करने की बारी आई तब जेसीबी लाकर समतल किया गया जो कि समझ से बाहर है अब लोगों की परेशानी बढ़ रहा है इसका जिम्मेदार कौन है ?