गरियाबंद – वन विभाग के द्वारा बूढ़े कमार आदिवासी की घसीट घसीट कर की गयी पिटाई , फिर मैनपुर फारेस्ट आफिस में रस्सी से बाँध कर रात भर की गयी पिटाई | जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम और लोकेश्वरी नेताम ने घटना पर रोष जता कर कार्यवाही की बात कही – सर्वोच्य छत्तीसगढ़ न्यूज
गरियाबंद – वन विभाग के द्वारा बूढ़े कमार आदिवासी की घसीट घसीट कर की गयी पिटाई , फिर मैनपुर फारेस्ट आफिस में रस्सी से बाँध कर रात भर की गयी पिटाई | जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम और लोकेश्वरी नेताम ने घटना पर रोष जता कर कार्यवाही की बात कही – सर्वोच्य छत्तीसगढ़ न्यूज
गरियाबंद | गरियाबंद जिले में एक बहुत ही सनसनीखेज और हतप्रद कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है जिसमे वन विभाग वालो ने बूढ़े कमार आदिवासी को घसीट घसीट कर मारा है और अवैधानिक रूप से फारेस्ट आफिस मैनपुर ला कर रात भर रस्सी से बाँध कर मारपीट की गयी है | बूढ़े कमार आदिवासी को लहुलुहान हालत होते तक पिटाई की गयी है वह बड़ा मुस्किल से चल पा रहा है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के ग्राम बुडगेलटप्पा की घटना है जब परसों जब बूढा कमार गुलाब सिंग अपने साथी कीर्ति राम , फिरतु राम , देवनाथ के साथ अपने झोपडी में बैठा हुआ था, वही कुछ ग्रामीण महुआ एकत्र कर रहे थे | तभी 30 – 35 की संख्या में वन विभाग वाले आये और बूढ़े कमार गुलाब सिंग और उसके साथियो व ग्रामीणों पर अवैध कटाई करने का आरोप लगाते हुए जबरदस्ती मारपीट शुरू कर दिया तब ग्रामीणों ने वन विभाग वालो के द्वारा मारपीट किये जाने पर विरोध जताया जिस पर वन विभाग वाले गुस्से से आगा बबूला हो गए और सभी को दौड़ा दौड़ा कर मारने लगे | बूढा कमार गुलाब सिंग भाग नहीं सका तो वन विभाग वाले ने उसे घसीट घसीट कर जानवरों की तरह पिटाई किये है | पिटाई से गुलाब सिंग लहू लुहान हो कर गंभीर हालत हो गयी है | इतने में भी वन विभाग वालो का मन नहीं भरा सभी को अवैधानिक रूप से पकड़ कर फारेस्ट कार्यालय मैनपुर लाया गया और अवैधानिक रूप से रात भर कैद कर रखा गया | इसके साथ ही रस्सी से बाढ़ कर रात भर उनकी पिटाई की गयी है | वन विभाग वालो की मारपीट से बूढा कमार गुलाब सिंग को बहुत जादा छोटे आई है तथा कीर्ति राम , फिरतु राम , देवनाथ के शरीर में भी मारपीट के गहरे निशान बने हुए है |
गाँव के सरपंच के आने के बाद विभाग वालो ने ग्रामीणों को छोड़ा
वन विभाग वालो ने बूढा कमार गुलाब सिंग, कीर्ति राम , फिरतु राम , देवनाथ और अन्य ग्रामीणों को अवैधानिक रूप से बंदी बना कर भारी मारपीट किये जाने की सरपंच को जानकारी मिली तब गाँव के सरपंच ने आकर वन विभाग को बताया तब जा कर वन विभाग वालो ने बूढा कमार गुलाब सिंग और ग्रामीणों को छोड़ा है |
मारपीट से ग्रामीणों की हालत गंभीर पर नहीं कराया गया उनका इलाज
वन विभाग वालो की मारपीट से बूढा कमार गुलाब सिंग को बहुत जादा चोटे आई है तथा कीर्ति राम , फिरतु राम , देवनाथ के शरीर में भी मारपीट के गहरे निशान बने हुए है | इतनी गंभीर स्थिति के बाद भी वन विभाग वालो ने उनका इलाज आदि कराना उचित नहीं समझा गहरे जख्मो और मारपीट के निशान के साथ गंभीर हालत में उनको मैनपुर में ही छोड़ दिया गया है |
खाने पिने और घर वापस जाने गरीब ग्रामीणों के पास नहीं है पैसे
वन विभाग वालो ने अवैधानिक रूप से ग्रामीणों को बंदी बना कर उठा कर ले आये और रात भर उनको मैनपुर में कैद रखने के बाद सरपंच के कहने पर छोड़ दिए है परन्तु ग्रामीणों के पैसे नहीं है | उनके पास ना तो खाने पिने के लिए पैसे है और ना तो घर वापस जाने ले लिए पैसे है | उनका गाँव मैनपुर से 60 किमी दूर पड़ता है पैसा नहीं होने के कारण घर वापस जाने की चिंता लिए हुए ऐसे ही बिना पैसो के भूखे प्यासे गरीब ग्रामीण सहायता की आस में भटक रहे है | तदुपरांत ग्रामीणों ने घटना की जानकारी जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम को दिए | संजय नेताम ने पीड़ित ग्रामीणों से बातचीत कर पुरे मामले का जानकारी लिए है उनकी गंभीर स्थिति को देख कर संजय नेताम ने वन विभाग की बर्बरता पूर्ण कार्यवाही पर रोष जाहिर कर दोषियों पर कार्यवाही किये जाने की बात कही है और ग्रामीणों को न्याय दिलाने का आश्वाशन दिए है | इसके साथ ही जिला पंचायत सदस्त लोकेश्वरी नेताम को भी धटना की जानकारी मिलने पर रोष व्यक्त किया गया है |
कथन
वन विभाग की बर्बरता पूर्ण कृत्य की जानकारी मिली है ग्रामीणों के साथ इस प्रकार मारपीट किया जाना गलत है विभागीय अधिकारियों से बात कर कार्यवाही की जायेगी – संजय नेताम , जिला पंचायत उपाध्यक्ष गरियाबंद
गरीब आदिवासियों पर इस प्रकार की कार्याही को बिलकुल भी सहन नहीं किया जाएगा पीडितो को न्याय दिला कर कार्यवाही की जायेगी – लोकेश्वरी नेताम – जिला पंचायत सदस्य
वन विभाग के अधिकारियों से फोन से संपर्क किया गया पर उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया है