शहीद सुखसिंह फरस का पार्थिव शरीर पहुंचा गृह ग्राम, कलेक्टर और एसपी ने दिया कंधा- इतेश सोनी गरियाबंद
शहीद की पत्नी शव से लिपटकर रो पडी, एक साल के बेटे ने दी मुखाग्नि तो सभी के आंखे हो गये नम
इतेश सोनी गरियाबंद। छत्तीसगढ बीजापुर सुकमा में माओवादियों के बीच हुए मुठभेड में 22 जवान शहीद हो गये, जिसमें एक जवान तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 14 किलोमीटर दुर ग्राम मोहदा के सुखसिंह फरस एसटीएफ के जवान भी नक्सली हमले में शहीद हो गये, जिसकी जानकारी रविवार को ही लगते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड गई थी, और आज सोमवार को शहीद जवान सुखसिंह फरस के पार्थिव शरीर को जैसे ही जिला मुख्यालय से उनके गांव मोंहदा के लिए रवाना किया गया, लगभग 35 किलोमीटर हर गांव मोहल्ले में ग्रामीण फुलों की बारिश कर शहीद जवान को सलामी दी, धवलपुर से मोहदा तक चार किलोमीटर सडक किनारे दोनो तरफ लोगो की भींड अपने मोहदा के लाल शहीद सुखसिंह फरस के एक झलक पाने के लिए घंटो खडे रहे, जैसे ही पार्थिव शरीर लगभग 04 बजे के आसपास शहीद के निवास में ले गये उनके परिजन पार्थिव शरीर से लिपटकर रोने लगे, इस दौरान सभी की आंख भर गई, तिंरंगा में लिपटा शहीद के पार्थिव शरीर शव यात्रा को कांधा देने लोग उमड पडे, पुरा गांव चारो तरफ बस एक ही आवाज आ रही थी शहीद सुखसिह अमर रहे भारत माता की जय, उपस्थित हर ग्रामीण शहीद सुखसिंह अमर रहे के जयकारे लगा रहे थे।
शहीद के पार्थिव शरीर को चिता पर रखने के बाद रो रोकर बेहाल पत्नी ने शहीद सुखसिंह फरस के पैर से लिपटकर जमकर रोई और एक वर्ष के उसके बेटे भी मानों बार बार अपने शहीद पिता को उठाने की कोशिश कर रहे थे, यह दृश्य जिसने भी देखा उसके आंख भर आए नन्हे कदमों से लडखडाते शहीद के एक वर्षीय पुत्र ने पिता के शरीर से लिपट गया, और पुरे विधिविधान के साथ हजाराें की उपस्थिति में एक वर्षीय पुत्र ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी तो सभी के आंखे नम हो गये, चारो तरफ एक ही नारा गुंज रहा था शहीद सुखसिंह फरस अमर रहे, पुरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान शहीद के पिता फागुराम और भाईयों ने अपने लाडले पर फर्क जताया, पत्नी ने भी पति की शहादत को सलाम किया , भले ही परिवार को सदस्यों ने रोते हुए अपने लाडले को विदाई ने मगर उन्होने अपने लाडले सपूत की शहीद सुखसिह फरस की शहादत पर फर्क जाहिर किया है।
इस मौके पर प्रमुख रूप से बिन्द्रानवागढ विधानसभा के विधायक डमरूधर पुजारी,गरियांबद जिला के कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, जिला पंचायत सीईओ चन्द्रकांत वर्मा, एसडीओपी पुलिस रूपेश कुमार डांडे, नगर पालिका गरियाबंद के अध्यक्ष गफ्फु मेमन, छत्तीसगढ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व संयुक्त महासचिव विनोद तिवारी, जिला पंचायत गरियबांद के उपाध्यक्ष सजंय नेताम, कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष भावसिंह साहू, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष पारस ठाकुर, थाना प्रभारी मैनपुर सत्येन्द्र सिंह श्याम, जनपद सदस्य चंदा बारले, प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि हेमसिंह नेगी, नजीब बेग, गुंजेश कपील, मोंहदा के सरपंच महेन्द्र सिंह नागेश, गुजरात कमलेश, रविसिंह नेताम, नुतन मरकाम, यशंवत यादव, शाहिद मेमन, हनीफ मेमन, सियाराम ठाकुर, हिमांचल ध्रुव, सुरेश निषाद, चन्दकिशोर, छबी दीवान, नीरज ठाकुर, प्रेमसाय जगत, खेलन दीवान, कन्हैया ठाकुर, हबीब मेमन, एंव पुरे जिलेभर से हजारों की संख्या में जनप्रतिनिधि व अधिकारी कर्मचारी क्षेत्र के ग्रामीण बडी संख्या में उपस्थित थे।