जिला स्तरीय कार्यशाला में बोले जिला कलेक्टर. वनोपज एवं हर्बल आधारित उत्पादों पर प्रोत्साहन दिया जाएगा.. अधिक से अधिक लोगों को मिले लाभ…
जिला स्तरीय कार्यशाला में बोले जिला कलेक्टर. वनोपज एवं हर्बल आधारित उत्पादों पर प्रोत्साहन दिया जाएगा.. अधिक से अधिक लोगों को मिले लाभ… बालोद… जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला व औद्योगिक संगोष्ठी आयोजित बालोद, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्षs में जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला व औद्योगिक संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने कहा कि जिले के गुरूर, डौण्डी एवं डौण्डीलोहारा विकासखण्ड में लघुवनोपज एवं वनौषधि का संग्रहण किया जाता है। इसी प्रकार जिले के कृषको द्वारा धान एवं गन्ने की उन्नत किस्मों का उत्पादन किया जाता है, जिले में खाद्य प्रसस्ंकरण से संबंधित उद्योगों हेतु पर्याप्त संभावनाएं है। सिटकॉन के राज्य निर्देशक श्री पी.के.निमोनकर ने कार्यशाला में प्रेजेन्टेशन के माध्यम से औद्योगिक नीति 2019-2024 के अंतर्गत उद्योग स्थापित करने हेतु दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में उपलब्ध जैव विविधता, वनोपज, हर्बल एवं खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों पर आधारित उद्योगों की स्थापना को अधिक प्रोत्साहन दिया जा रहा है। राज्य की आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान में सहभागिता हेतु कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिला उद्यमियों, तृतीय लिंग, भूतपूर्व सैनिकों को अधिक प्रोत्साहन दिया जा रहा है। कार्यशाला के दौरान जिले के उद्योगपतियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। कार्यशाला में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना अंतर्गत हितग्राहियों को सब्सिडी राशि का चेक वितरण किया गया। कार्यशाला की समाप्ति पर महाप्रबंधक श्री एम.एस.उईके ने आभार प्रकट किया। इस अवसर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती बसंती बाला भेंडिया, श्री होरीलाल रावटे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री लोकेश कुमार चंद्राकर, अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री प्रणय दुबे, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, जिले के उद्योगपति व स्वसहायता समूहों के सदस्य आदि उपस्थित थे। बालोद गुरूर से ऋषभ पाण्डेय के साथ के.नागे की रिपोर्टबालोद… जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला व औद्योगिक संगोष्ठी आयोजित बालोद, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्षs में जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला व औद्योगिक संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने कहा कि जिले के गुरूर, डौण्डी एवं डौण्डीलोहारा विकासखण्ड में लघुवनोपज एवं वनौषधि का संग्रहण किया जाता है। इसी प्रकार जिले के कृषको द्वारा धान एवं गन्ने की उन्नत किस्मों का उत्पादन किया जाता है, जिले में खाद्य प्रसस्ंकरण से संबंधित उद्योगों हेतु पर्याप्त संभावनाएं है। सिटकॉन के राज्य निर्देशक श्री पी.के.निमोनकर ने कार्यशाला में प्रेजेन्टेशन के माध्यम से औद्योगिक नीति 2019-2024 के अंतर्गत उद्योग स्थापित करने हेतु दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में उपलब्ध जैव विविधता, वनोपज, हर्बल एवं खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों पर आधारित उद्योगों की स्थापना को अधिक प्रोत्साहन दिया जा रहा है। राज्य की आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान में सहभागिता हेतु कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिला उद्यमियों, तृतीय लिंग, भूतपूर्व सैनिकों को अधिक प्रोत्साहन दिया जा रहा है। कार्यशाला के दौरान जिले के उद्योगपतियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। कार्यशाला में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना अंतर्गत हितग्राहियों को सब्सिडी राशि का चेक वितरण किया गया। कार्यशाला की समाप्ति पर महाप्रबंधक श्री एम.एस.उईके ने आभार प्रकट किया। इस अवसर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती बसंती बाला भेंडिया, श्री होरीलाल रावटे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री लोकेश कुमार चंद्राकर, अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री प्रणय दुबे, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, जिले के उद्योगपति व स्वसहायता समूहों के सदस्य आदि उपस्थित थे।
बालोद गुरूर से ऋषभ पाण्डेय के साथ के.नागे की रिपोर्ट