केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून के विरोध में पदयात्रा पर निकले

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पत्रकार – उरेन्द्र साहू

कृषि बील के विरोध मे महिला, किसान जनप्रतिनिधि पदयात्रा पर निकले। पदयात्री की गांव मे हुई भव्य स्वागत

कोपरा | अखिल भारतीय काग्रेंस कमेटी के आह्वान पर छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ,प्रदेश काग्रेंस अध्यक्ष मोहन मरकाम , राजिम विधायक अमितेश शुक्ला के मार्गदर्शन पर केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा लाये गये तीन कृषि कानून के विरोध मे ब्लाक काग्रेस फिगेंश्वर अध्यक्ष रुपेश साहू के कुशल नेतृत्व मे किसान आंंन्दोलन के समर्थन एंव केन्द्र के तीन कानून के विरोध मे 19 एंव 20 फरवरी को किसान पद यात्रा मे महिला किसान,जनप्रतिनिधि,

काग्रेंस पदाधिकारी निकले । पद यात्रा के प्रारम्भिक दिवस शुक्रवार सुबह महात्मा गाधीं की चित्र पर पुष्पांजंली कर पदयात्रा निकली जो सरगोड़ सोनेसिल्ली लचकेरा कुसोमखुंटा जामगांव मे पदयात्री रात्रि विश्राम किया ।अतिंम दिवस शनिवार को पदयात्री सुबह जामगांव से निकलकर रचकट्टी, गुण्डरदही तरजुंगां होते बोरीद मे पदयात्रा समापन हुआ। किसान पदयात्री का गांव गांव पहूंचने पर स्वागत किया जा रहा था। वही रास्ते मे पड़ने वाले गांव गांव मे सभा आयोजित हुये । उस सभा को ब्लाक अध्यक्ष रुपेश साहू ,सभापति मधुबाला रात्रे ,कमल भारतीय , मनोज यदु चन्द्रिका साहू ने सम्बोधित किया ।

पदयात्रा की समाप्ति सभा बोरीद को सम्बोधित करते ब्लाक अघ्यक्ष रुपेश साहू ने कहा कि कृषि प्रधान भारत के सर्वोच्च सदन लोकसभा मे बिना चर्चा कराये अलोकतांत्रिक तरीका से बहूमत का दुरुपयोग करते हुये कृषि कानुन को थोपने का काम किया है ।जिसके कारण देश किसान अन्नदाता आन्दोलनरत है ।लगातार लम्बा अवधी से आन्दोलन चलने के बाद भी केन्द्र की मोदी की नेतृत्व मे भाजपा सरकार किसानो की हित को अनदेखा कर रही है ।और अपने पुंजिपति मित्रो को लाभ देकर देश के कृषि और कृषको को समाप्त करने की साजिश कर रही है ।केन्द्र द्वारा थोपी गई कृषि कानून मे न्युनतम समर्थन मूल्य का गैरंटी का प्रावधान नहि होने से कृषको को उसके फसल का ना तो उचित मूल्य मिलेगा और ना उसके श्रम और लागत का वाजिब दाम नहि मिल नहि पायेगा ।देश मे लागू कृषि कानून से आहत अन्नदाता किसान आन्नदोलन कर रहे थे तब माननीय सुप्रीम न्यायालय ने संज्ञान लेकर तीनो कृषी कानून की समीक्षा की और कानून को लागू करने रोक लगाई ।इसी प्रकार आवश्यक वस्तु अधिनियम मे संशोधन कर केन्द्र सरकार ने आम जनता को कालाबाजारी ,मुनाफाखोरी ,जमाखोरी जैसी आग मे झोंकने का काम किया है ।जिसके कारण आम जनता को महगांई की मार झेलनी पडगी़ जिससे दन जीवन अस्त व्यस्त होने एंव बिखर जाने की पुरी सम्भावना है ।केन्द्र सरकार द्वारा मंड़ी अधिनियम समाप्ती की नियम किसानो को उसके उचित दाम ना मिल पाये और कांन्ट्रेक फार्मिगं के तहत किसानो की कृषि भूमि को समाप्त करने का तानाबाना बूनने वाला कृत्य है। इस व्यवस्था से कृषको के खेत एंव कृषक दोनों समाप्त हो जायेगें ।मंड़ी अधिनियम की समाप्ती कर किसानो की हित के रक्षा से केन्द्र सरकार अपनी पीछा छोड़ाना चाहती है ।उपरोक्त तत्थो सहित देश मे थोपे गये तीनो कृषी कानून से ना किसानो की हित है ना ही आम जनता को कोई लाभ है ।देश सिर्फ आन्दोलन की आग में झुलस रहा है। इस कानून से देश के किसान और आम जनता आन्दोलित है। एैसी दशा मे इस वैकल्पिक कानून को वापस लिया जाना देश हित आवश्यक और न्यायोचित है ।
इससे पहले पदयात्रीयो ने बनाये किसान रथ मे लगे डी जे साउण्ड के साथ नारा लगाते रहे है और काग्रेस का झंडा लेकर चल रहे थे। जीसमे प्रमुख रुप से ब्लाक काग्रेंस अध्यक्ष रुपेश साहू ,सभापति जिला पंचायत मधुबाला रात्रे ,मनोज यदु कमल भारतीय ,जाकीर खान गैद राम यदु दुर्गा प्रसाद सिन्हा,धर्मेन्द दुबे कैदार ध्रव , गुजु यादव बसंत सिन्हा पंचम ध्रव ,रामलाला साहू ठाकुर साहू रंजीत शुक्ला कमलेश सिन्हा कामता साहू हेमन्त सिन्हा दिवान कुंज राम साहू धनेश्वरीम दिवान युवराज सिन्हा नीरा यागव संतोषी सरस्वती दिवान सुकन्तिन दिवान सुकन दिवान पुन्नी दिवान अहिल्या खेमु साहू गोलू साहू जगमोहन प्रतम घृतलहरे उक्तम सोनवानी गुलशन साहू कुमार ध्रव बीरु घ्रव शेषनारायण गुप्ता,चन्द्रिका ,चन्द्रकला ध्रव उपस्थित थे।

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