आर ई एस विभाग के एसडीओ ने आदिवासी महिला कर्मचारी पर अभद्र टिप्पणी…
रिपोर्ट _ लीलाधर निर्मलकर
दुर्गुकोंदल
दूर्गूकोंदल मनरेगा विभाग में पदस्थ महिला तकनीकी सहायक ने जनपद पंचायत दुर्गूकोंदल में पदस्थ आरईएस विभाग के एसडीओ के खिलाफ पुलिस थाने दुर्गूकोंदल में लिखित शिकायत दर्ज कराने के बाद दुर्गूकोंदल पुलिस ने एसडीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग ने आदिवासी महिला के द्वारा दी आवेदन के दुर्गूकोंदल पुलिस के द्वारा संज्ञान हुए जांच शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि दुर्गूकोंदल पुलिस द्वारा देर से एफ आई आर करने की स्थिति में युवा प्रभाग द्वारा तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की चेतावनी दी है। जनपद पंचायत में पदस्थ एसडीओ बुरी नीयत रखता है। जबरन पीठ में कंधे में हाथ रखता है। पीड़िता के बताया की 17फरवरी को कार्य निरीक्षण से वापस लौटते समय में मेरे परिचित को देखकर मुस्कुराई तो उसे लेकर अश्लील टिप्पणी किया है। आदिवासी समाज को गंदा और बकवास कहा है। और आदिवासियों मिले संवैधानिक दर्जा को भी बदलने। और आदिवासी समाज के खिलाफ लिखकर रखने और सोशल मीडिया में वायरल करने का आरोप लगा । लिखित शिकायत कर एसडीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने गुहार लगाई है। वहीं महिला तकनीकी सहायक ने सर्व आदिवासी समाज से भी लिखित शिकायत कर इस मामले में सहयोग देने की मांग की है। सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग ब्लाक अध्यक्ष कुबेर दर्रो, राजेश गोटा, छबिलाल नरेटी, भुनेश नरेटी, भुनेश मंडावी, हरेश रावटे, यशवंत दुग्गा ने बताया कि जनपद पंचायत दुर्गूकोंदल में पदस्थ तकनीकी सहायक हमारे समाज की है, उनके खिलाफ एसडीओ ने अश्लील टिप्पणी किया है। साथ ही आदिवासी समाज की संस्कृति, संविधान में दर्जा के खिलाफ भी टिप्पणी कर हमें ललकारा है। आदिवासी संस्कृति और सामाजिक व्यवस्था प्राचीन काल से चलती आ रही है। इसे बदलने, बकवास और गंदा कहने वाले एसडीओ को यहां नौकरी करने का हक नहीं है। आदिवासी महिला तकनीकी सहायक के खिलाफ टिप्पणी कर जलील किया है। ये हमारे समाज और समाज के बेटी का अपमान है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमें लिखित आवेदन देकर सहयोग मांगी है। हम न्याय दिलायेंगे। पुलिस महिला और आदिवासी समाज की निंदा करने वाले जनपद पंचायत दुर्गूकोंदल के एसडीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना छोड़कर एसडीओ को संरक्षण दे रही है। सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। हमने दुर्गूकोंदल तहसीलदार को ज्ञापन देकर जल्द एफआईआर दर्ज करने की मांग किये हैं। जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो सर्वआदिवासी समाज युवा प्रभाग आंदोलन करने को बाध्य होगी।