छः माह से वनोपज की राशि के लिए लगा रहे समिति का चक्कर
पत्रकार – उरेन्द्र साहू गरियाबन्द
समस्या : – परेशान वनोपज संग्राहक परिवार ने जिला कलेक्टर से लगाई गुहार , विभागीय दफ्तरों के चक्कर लगा के थके
कोपरा | छुरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम रसेला के वनोपज संग्राहक परिवार पिछले छः माह से समिति को बिक्री किये वनोपज की राशि की मांग को लेकर चक्कर काट रहे है । अब समिति प्रबंधक ग्राहक परिवार को जामुन गुठली की क्वालिटी को खराब बताकर उन्हें बैरंग वापस लौटा दी रहे है । समिति प्रबंधक के जवाब से परेशान वनोपज संग्राहक परिवार ने जिले के वनमण्डलाधिकारी एवं कलेक्टर गरियाबन्द से फरियाद लगाई है ।
अब इससे आप अंदाजा लगा सकते है की जिले के वन विभाग में वनवासियों की कट स्थिति है । सरकार वनवासियों को लाभांवित करने व्यापक स्तर पर योजना शुरू की है । मुख्यमंत्री भुपेश बघेल की मांग के अनरूप प्रदेश के वनवासियों के हित को ध्यान में रखते हुये राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में 38 लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर किया जाना है । साथ – साथ संघ द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य के अंतर्गत 14 लघु वनोपजों की खरीदी होना सुनिश्चित किया गया है । इसके तहत जिले के प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति मर्या. रसेला के 12 संग्राहक परिवार ने 6 माह पूर्व 16 क्विंटल जामुन गुठली समिति को बिक्री किया था । शासन के मूल्य के अनुसार लगभग 75000 हजार रुपये का जामुन गुठली संग्राहक परिवार ने बेंचा है । लेकिन 6 माह का समय बीत जाने के बाद भी 12 संग्राहक परिवार को अब तक भुकतान नही हुआ है ।
क्वलिटी के कारण रुका था भुगतान , कर देंगे भुगतान :- केशव राम यादव प्रबंधक प्राथमिक लघुवनोपज समिति रसेला ने कहा कि 12 संग्राहक परिवार से 16 क्विंटल जामुल गुठली बीज की खरीदी महिला समूह के द्वारा किया गया था । जामुन गुठली की क्वालिटी अच्छी नही थी जिसके चलते उनका भुगतान रोका गया था लेकिन अब जल्द भुगतान कर देंगे ।
संग्राहक परिवारों ने कलेक्टर से की शिकायत :- रसेला गांव के जयंती ठाकुर , अंजली कुंजाम , लोकराम ध्रुव , सुखबती , मीणा सहित अन्य संग्राहक ने समिति प्रबंधक से भुगतान के लिए कई मर्तबा अर्जी करने के बाद भी वनोपज भुगतान नही किया तो वन मण्डलाधिकारी गरियाबन्द एवं कलेक्टर गरियाबन्द से शिकायत की है ।