प्रदेश में पेशा एक्ट करने की मांग को लेकर आदिवासी समाज ने निकाली बाइक रैली
महामहिम राज्यपाल के नाम एसडीएम कार्यलय में सौपा ज्ञापन
पत्रकार : – उरेन्द्र साहू गरियाबंद / मैनपुर | तहसील मुख्यालय मैनपुर में आदिवासी समाज द्वारा प्रदेश में पांचवी अनूसुची को पूर्णतया पालन करने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन रैली का आयोजन किया गया, इस दौरान गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय अध्यक्ष महेंद्र नेताम, जिला पंचायत गरियाबंद सभापति लोकेश्वरी नेताम,सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभार जिलाध्यक्ष युवा प्रभार नरेन्द्र कुमार धु्रव,समग्र गोड़वाना के जिलाध्यक्ष इंदर धु्रव के नेतृत्व में आदिवासी समाज के युवाओं द्वारा ग्राम कोनारी से मैनपुर तक पारंपरिक हथियार तीर धनुष फरसा लेकर बाईक रैली निकाली गई। यह मोटर सायकल रैली पुरे मैनपुर क्षेत्र का भ्रमण कर एसडीएम कार्यालय पहुंचा जंहा महामहिम राज्यपाल के नाम एसडीएम मैनपुर को एक ज्ञापन सौंपा गया।
इस सबंध में गोडवना गणतंत्र पार्टी के संभागीय अध्यक्ष महेन्द्र नेताम ,सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभार जिला अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार धु्रव व समग्र गोड़वाना के जिलाध्यक्ष इंदर धु्रव ने बताया कि पूरे प्रदेश में आदिवासियों की मूल धर्म संस्कृति, बाहरी धर्मो एवं लोगो के प्रभाव से खतरे में पड़ गया है। जिसके लिए पांचवी अनुसूची एवं पेसा एक्ट को प्रदेश में शीघ्र लागू करने से हम आदिवासियों की धर्म संस्कृति बच सकती है। इस दौरान जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि पांचवी अनुसूची क्षेत्रों में पेशा कानून, वन अधिकार कानून और संविधान में आदिवासियों को अधिकार दिए है, लेकिन जमीनी स्तर पर इस अधिकार का लाभ नही मिल पा रही है, जल,जंगल, जमीन मे पहला अधिकार आदिवासियों का है, जल,जंगल, जमीन हमारा है और हम अपनी संस्कृति और परंपरा की रक्षा के लिये हमेंशा आगे रहेंगें, हमें सरकार नही रोक सकती।
श्रीमति लोकेश्वरी नेताम ने बताया कि आदिवासी क्षेत्रों मे लगातार बाहरी लोगों के द्वारा दखल देने से हमारी संस्कृति को ठेस पहुंच रही है, आदिवासी क्षेत्र में मूलभूत सभी समस्या का समाधान पांचवी अनुसूची के लागू हो जाने से आसानी से पूरा हो जायेगा।
इस दौरान प्रमुख रूप से आदिवासी नेताम भोजलाल नेताम, रामस्वरूप मरकाम, खोलूराम कोमर्रा, आदिवासी युवा अध्यक्ष पांडुका परिक्षेत्र डाकेश्वर मंडावी, उमेन्द्र मंडावी, ऋषि कुमार धु्रव, अजय धु्रव, हरिशंकर मंडावी, राजेश मंडावी, जागेश्वर कुंजाम, टिकेश्वर ओटी, रूपेश्वर धु्रव, अखिलेश नागेश, अजय मरकाम, टिकेश्वर मंडावी, भुवन लाल नेताम, देवसिंह मरकाम, सहदेव, गौकरण नागेश, पूरन सिंह, खामेश्वर, तिहारूराम, सुकचंद, हेमलाल मरकाम, उदय मरकाम, युवराज नेताम, कवल सिंह, प्रतापसिंह, मन्नराम कश्यप, रविसिंह, हरीश मरकाम, संजय देववंशी, बलराम, सुकालूराम, विष्णुराम, महेश मरकाम, तेजराम नेताम, शैलेन्द्र नेताम, प्रताप मरकाम पदम नेताम सुरेश नेताम, परमेश्वर मरकाम, सूकालु मरकाम, दाउ कोमर्रा, पतन लाल नेताम, चंद्रसेन नेताम, ओमप्रकाश नेताम, देव सिंह मरकाम, फनस मरकाम, भोला ओटी, उदयसिंह नागेश, राजकुमार, गोस्वामी नेताम सहित सैकड़ो की संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित रहे।