दिनदहाडे रेत की परिवहन , कई बार दिये सूचना , खेल कूद के स्थानों से रेत की चोरी जिमेदार कौन
पत्रकार – उरेन्द्र साहू गरियाबंद / कोपरा | गरियाबंद जिले के तहसील मुख्यालय राजिम से लगभग 20 – 25 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सहसपुर व अश्रित ग्राम कसेरूडीह में रेत की बेधड़क अवैध उत्खनन कार्य जोरो से चल रहा है। प्रतिदिन कई ट्रिप रेत की परिवहन किया जा रहा है । ग्रामीणो ने इसकी शिकायत ग्राम सरपंच को अनेको बार दे चुके है फिर भी रेत की अवैध परिवहन रुकने का नाम नही ले रही है । रेत फिंगेश्वर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत सहसपुर व कसेरूडीह के नदी से दीन धहाड़े अपनी मनमानी कर रेत ले जा रहे है । ग्रामीणो ने जब ट्रैक्टरों के चालको से पूछा की किसकी अनुमति से रेत ले जा रहे हो तो उन्होंने बताया कि सरपंच की अनुमति से ही रेत ले जाया जा रहा है , ग्रामीणो ने तत्काल जब सरपंच को पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा किसी भी प्रकार की कोई अनुमति नही है , लोगो के मन मे अब यह सवाल उठ रहा है कि जब सरपंच द्वारा किसी प्रकार की अनुमति नही दिया गया है तो रोक क्यो नही किया जा रहा है , रेत को ले जाने क्यो दिया जा रहा है । स्थानी लोगो ने बताया कि कही न कही घुस खोरो की मिलीभगत चल रही है । तभी रेत बिना डरे अपनी मन मर्जी ले जाया जा रहा है । ग्राम सहसपुर में स्थित रेत खनन में खुदाई के लिए खनिज विभाग दौरा किसी भी प्रकार की कोई परमिशन नही है । उसके बावजूद भी दिनदहाड़े दबंगों द्वारा रेत की खुदाई कर अवैध परिवहन किया जा रहा है ।इस मामले को लेकर स्थानीय पदाधिकारियों को सूचना करने के बावजूद भी मोके पर नहीं पहुंचे।
देश के भविष्य युवा बच्चे हुये हतास
आश्चर्य जनक बात यह है कि गांव के व देश के उभरते सितारे जिसके कंधों पर देश का विकास लिखा है उन बच्चों के खेल कूद , ( ऊंची कूद , लम्बी कूद , दौड़ , जैसी खेल ) के लिए जो रेत नदी किनारे रखा था उसको भी इन रेत चोरों ने नही बक्शा , लगातार बच्चों के खेल कूद के स्थान से रेत चोरी कर ले जाया जा रहा है , ग्रामीणो द्वारा बोर्ड भी लगाया गया था कि रेत परिवहन करना सख्त मना है , लेकिन दबंगो ने बोर्ड को उखाड़ फेक दिया । बच्चों का कहना है । कि खेल कूद सिख कर देश , राज्य , जिला , और गांव के नाम को रोशन करना चाहते है । लेकिन उसके बीच मे इन चोरों ने हमारा ध्यान भटका कर रखा है , और देश को बेचने में लगे है । बच्चों ने यह भी कहा कि अगर शासन द्वारा कोई ठोस कदम नही उठाया गया तो देश की बर्बादी का करना शासन , स्थानीय जनप्रतिनिधियों और विभाग होगा । जो इन चोरों को ढिलाई दे रही है ।
जब पुनः बार् बार सूचना देने पर नजरअंदाज किया गया तो मामले की जानकारी खनिज विभाग को दिया गया लेकिन सूचना देने के घंटों बाद खनिज विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंचे। आपको बता दें कि इस पूरे मामले की जानकारी स्थानीय अधिकारी व जनप्रतिनियो को देने के बावजूद भी किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई । खनिज विभाग जब तक आते तब तक दलालों ने पूरे ट्रैक्टर गाड़ी को भगा दिया जाता ।
बता दे कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अवैध उत्खनन पर रोक लगाकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिया है उसके बावजूद भी ब्लॉक मुख्यालय फिंगेश्वर से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर दिनदहाड़े रेत की अवैध खनन होना प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा होना लाजमी है । इस पूरे मामले में विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता प्रशासन की रेत के अवैध खनन का गोरखधंधा खूब फल फूल रहा है अब देखना यह होगा खबर के बाद प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि क्या गतिविधि करते है। वही रेत अवैध खनन पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से रेत के अवैध कार्यों में संलिप्त ठेकेदारों के हौसले बुलंद है ।