हाथियों के लगातार आंतक से पहाडी ग्राम के कमार आदिवासी थर्रा उठे , दहशत में गांव छोड आधे लोग पहुचे पहाडी के नीेचे- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
इतेश सोनी मैनपुर गरियाबंद । उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बफर जोन एरिया वन परिक्षेत्र कुल्हाडीघाट के पहाडी के उपर बसे ग्राम भालूडिग्गी में पिछले लगातार तीन दिनों से हाथियों के दलो ने जमकर आंतक मचाया है लगातार तीसरे दिन रविवार शाम को फिर एक बार हाथियों के दलो ने भालूडिग्गी गांव मे पहुचकर लगभग 1 दर्जन से ज्यादा विशेष पिछडी कमार जनजाति आदिवासियों के झोपडियों को पुरी तरह तहस नहस कर दिया, ग्रामीण जनजाति के लोग अपने जान को बचाने छोटे छोटे बच्चों को लेकर पेडो पर चढ गए जैसै तैसे पुरी रात भारी दहशत के बीच पेडो में रात गुजारने के बाद लगभग आठ परिवार पहाडी के गांव को छोडकर आज पैदल 20- 22 किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत मुख्यालय व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के गोद ग्राम कुल्हाडीघाट पहुचे और पुरे मामले से अपने समाज के मुखिया तथा ग्राम पंचायत के पूर्व सरंपच बनसिंह सोरी व वर्तमान सरपंच धनमोतिन बाई सोरी को मामले से अवगत कराया पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी मैनपुर मोटर सायकल से पहुचकर मामले की जानकारी वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों को दिया तो स्थानीय अधिकारियों ने आज घटना स्थल और कुल्हाडीघाट में पहुचकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हे तत्कालीक मुआवजा देने की बात कही थी लेकिन ग्रामीण जन देर शाम तक विभाग के अधिकारियों का इंतजार करते रहे कोई भी वन विभाग के अफसर तो दुर स्थानीय परिक्षेत्र अधिकारी भी कुल्हाडीघाट नही पहुचे।
ग्रामीणो में भारी मायूसी के साथ नराजगी देखने को मिल रही है, कुल्हाडीघाट क्षेत्र में मोबाईल का नेटवर्क नही होने के कारण ग्राम पंचायत कुल्हाडीघाट के पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी आधे रास्ते तक नेटवर्क वाले स्थान में पहुचकर मोबाईल से मैनपुर के पत्रकारों से सम्पर्क कर बताया कि पिछले तीन दिनों से हाथियों के दल ने उनके ग्राम पंचायत के पहाडी गांव भालूडिग्गी में जमकर कहर मचाया है, हाथियों ने कल रविवार तीसरे दिन शाम 06 बजे के आसपास ग्राम भालूडिग्गी में धावा बोला और लगभग एक दर्जन झोपडियों को पुरी तरह तोडकर तहस नहस कर दिया और घरो में रखे राशन सामग्री दाल चांवल के साथ बर्तन कपडा को रौंद डाला साथ ही आसपास किसानों के बाडी व खेतो मे लगे पुरे फसल को बर्बाद कर दिया है, पूर्व सरपंच बनसिंग सोरी ने बताया मामले की शिकायत आज सुबह पहुचकर मैनपुर में वन परिक्षेत्र अधिकारी से किया था तब वन परिक्षेत्र अधिकारी ने बडे अधिकारियों के साथ कुल्हाडीघाट में पहुचकर प्रभावित ग्रामीणों को राहत प्रदान करने की बात कही थी और पहाडी के उपर लगभग 32 परिवार निवासरत है जिसमेें से 08 परिवार के सदस्य उनके झोपडी मकान पुरी तरह टुट जाने के कारण व हाथियों के द्वारा तहस नहस कर देने के कारण आज सुबह पहाडी से कुल्हाडीघाट पहुच गए है
सरपंच ने तत्काल राहत पहुचाते हुए अस्वस्थ्य किया है शासन से उन्हे मुआवजा दिलवायेंगे और हाथियों से बचाव के लिए कोई ठोस योजना बनाया जाऐगा लेकिन विभाग के स्थानी अधिकारियो के पास हाथियो से ग्रामीणो को सुरक्षित रखने के लिए कोई भी ठोस कार्य योजना नही है सरपंच धनमोतिन बाई सोरी और पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी ने आरोप लगाया कि वन विभाग के स्थानीय अधिकारी सिर्फ यहा बैठे बैठे मुआवजा राशि प्रकरण बना देते है मौके पर नही पहुचते जब कि ग्रामीणों का भारी नुकसान हुआ है, और तो और ग्रामीण अब गांव छोडने तक को मजबूर हो रहे है यदि इस ओर ध्यान नही दिया गया तो जल्द ही कुल्हाडीघाट ग्राम पंचायत के ग्रामीण वनमंत्री मोहम्मद अकबर से मुलाकात कर मामले की शिकायत करेंगे ।
क्या कहते है वन अफसर
वन परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाडीघाट सुदर्शन नेताम ने बताया कि कल तीसरे दिन भी हाथियों के दल ने ग्राम भालूडिग्गी में कुछ ग्रामीणों के झोपडियों को नुकसान पहुचाया है, आज हमारेें अमला ग्राम भालूडिग्गी में फसल मकान क्षति सम्पति क्षति का आंकलन किए है और ग्रामीणों को यथासंभव सहयोग किया जा रहा है साथ ही उन्हे जंगल के तरफ अकेले नही जाने का मुनादी भी कराई जा रही है वन विभाग की पुरी टीम हाथियों के हर गतिविधियेां पर नजर रखे हुए है सुदर्शन नेताम वन परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाडीघाट