गणपति बप्पा मोरया के उद्घोष के घरों में विराजे छोटे-छोटे गणपति
स्वदेश सोनवानी मैनपुर- भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि शनिवार को प्रथम पूज्य गणेश के पूजन का उत्सव तहसील मुख्यालय मैनपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मनाया गया। गणपति बप्पा मोरया के उद्घोष के साथ भक्तों ने विधि-विधान से अपने-अपने घरों में ही भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए पूजन किया। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस बार क्षेत्र में कहीं भी गणेश उत्सव का पंडाल नहीं सजाया गया था।
आचार्य पंडित घनश्याम पांडे ने बताया कि साल भर में पड़ने वाली चतुर्थियों में यह सबसे बड़ी मानी जाती है। गणेश चतुर्थी पर गणपति का पूजन करने से संपन्नता, समृद्घि, सौभाग्य और धन का समावेश होता है। बता दें कि सरकार के निर्देश पर प्रशासन द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर सार्वजनिक पूजा और जुलूसों के अलावा बड़ी गणेश मूर्तियों की स्थापना पर प्रतिबंध लगा दिया था, वहीं लोगों से अपने घरों में ही उत्सव मनाने की अपील भी की थी।
मोहल्लोंमें नहीं रही चहल-पहल
गणेश चतुर्थी से शहर के अधिकतर मोहल्लों का माहौल भक्तिमय हो जाता था। हर वर्ष युवा मंच, जिरड रोड, ठाकुर देव पारा, गांधी चौक, फॉरेस्ट कॉलोनी व अन्य मोहल्ल्लों में गणेशोत्सव के लिए भव्य पंडाल सजाया जाता था। पंडालों में श्रीगणेश का पूजन-अर्चना, आरती होती थी। प्रतिमा का अवलोकन और धार्मिक आयोजन में काफी भीड़ भी होती रही है। वहीं इस बार कोरोना संक्रमण के कारण ऐसा कोई आयोजन नहीं होगा। सादगी से गणेश पूजन समारोह मनाया जा रहा है।