राष्ट्रीय

मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट में दिया आदेश, धान उत्पादक किसानों को 2000 रुपये प्रोत्साहन राशि देगी सरकार

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए...

राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह आयोजित, 17 बच्चे को किया सम्मानित

नई दिल्ली राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को 17 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। पुरस्कार कला,...

जनजातीय क्षेत्रों में धरती आबा-जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान प्रारंभ करने की सैधान्तिक स्वीकृति

मध्यप्रदेश जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण नियम, 2024 लागू किये जाने की स्वीकृति क्षिप्रा नदी के तट पर घाट निर्माण की...

दौड़ाकर गोलियां मारते रहे, 50 राउंड फायरिंग से फिर दहला हरियाणा, दो की तत्काल मौत और एक गंभीर

नई दिल्ली हरियाणा का यमुनानगर जिला आज 50 राउंड फायरिंग से थर्रा गया। जिम में गए तीन युवक जब एक्सरसाइज...

साहिबजादों का बलिदान हमें मातृभूमि और धर्म की रक्षा के लिए सदा प्रेरित करता रहेगा: भगवानदास सबनानी

भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र स्थित जवाहर चौक गुरुद्वारा तात्या टोपे नगर में वीर बाल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।...

युवाओं में तंबाकू सेवन की प्रवृति चिंताजनक, समन्वित प्रयास से निकालेंगे हल : एमडी एनएचएम डॉ. सिडाना

तंबाकू नशा-मुक्ति के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं : एमडी एनएचएम डॉ. सिडाना युवाओं में तंबाकू सेवन की प्रवृति चिंताजनक, समन्वित...

पहाड़ पर हो रही बर्फबारी से मैदानी इलाकों में बढ़ी ठंड, शीतलहर से गिरा तापमान

लखनऊ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत समूचा उत्तर भारत शीत लहर के आगोश में है। पहाड़ों पर गिर रही बर्फ से...

राम मंदिर में उमड़ेगा भक्तों का जनसैलाब, 1 घंटा बढ़ेगा दर्शन का समय

अयोध्या  उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए...

स्नोफॉल के मजे लेने में बुरे फंसे 10000 सैलानी, शिमला-मनाली में भारी जाम, 134 सड़कें बंद

 शिमला हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी राज्य में शिमला और मनाली जैसे स्नोफॉल के कारण व्हाइट वंडरलैंड में बदल गए हैं।...

इंदौर के एमपी पब्लिक स्कूल 5000 भक्त करेंगे सामूहिक सुंदरकांड का पाठ

इंदौर अशोक नगर एयरपोर्ट रोड स्थित एमपी पब्लिक स्कूल में 30 दिसंबर को शाम 4 बजे संगीतमय सुंदरकांड पाठ एवं...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।