राष्ट्रीय

मुख्यमंत्री डॉ. यादव करेंगे एमपीटी के सरसी आइलैंड रिसोर्ट का उद्घाटन

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज शहडोल में एमपीटी के नव निर्मित सरसी आइलैंड रिसॉर्ट का उद्घाटन करेंगे। आज सुबह...

MP में 15 हजार टीचर होंगे परमानेंट… अक्टूबर 2021 में हुई थी भर्ती, कमेटी कर रही काउंसलिंग

भोपाल मध्य प्रदेश में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने बड़ी पहल शुरू की...

PM मोदी का 25 दिसंबर को MP दौरा, केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना की रखेंगे आधारशिला

भोपाल  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल...

14 दिसम्बर शनिवार को इन राशियों में दिखेगा लाभ

मेष राशि-मेष राशि वालों का मन अशांत रहेगा। आत्मविश्वास में कमी रहेगी। धैर्यशीलता बनाए रखें। कारोबार में वृद्धि । किसी...

विधायक नरेश बाल्यान को राउज एवेन्यू की विशेष अदालत ने फिर से न्यायिक हिरासत में भेजा

नई दिल्ली संगठित अपराध के एक मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान को राउज एवेन्यू की विशेष...

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- किसान आंदोलन की दिशा तय करने के लिए बनी पांच सदस्यीय समिति

नई दिल्ली किसान नेता राकेश टिकैत शुक्रवार को पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे। वहां उन्होंने आमरण अनशन पर बैठे...

भारत का एग्रोकेमिकल सेक्टर अगले वित्त वर्ष में 7 से 9 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद

नई दिल्ली भारत का एग्रोकेमिकल सेक्टर अगले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 26) में 7 से 9 प्रतिशत की दर से...

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तीसरी लिस्ट जारी, कैलाश गहलोत की सीट से ‘आप’ ने तरुण यादव को बनाया उम्मीदवार

नई दिल्ली दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को अपनी तीसरी लिस्ट जारी कर दी।...

विदेशी नागरिकों को ठगने वाले कॉल सेंटर का हुआ पर्दाफाश, नोएडा पुलिस ने 9 महिलाओं समेत 76 गिरफ्तार

नोएडा नोएडा पुलिस ने विदेशी नागरिकों के साथ अमेजन पार्सल, टैक सपोर्ट और पे-डे लोन प्रक्रिया के नाम पर फर्जी...

अखिलेश यादव ने कहा- ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ भाजपा की जुगाड़ योजना

नई दिल्ली केंद्रीय कैबिनेट ने 'वन नेशन, वन इलेक्शन' से जुड़े विधेयक के प्रारूप को मंजूरी दे दी। अब इसे...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।