राष्ट्रीय

सभापति से मिलो और माफी मांग लो, सुप्रीम कोर्ट ने राघव चड्ढा को दिया सुझाव

नई दिल्ली आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को सुप्रीम कोर्ट ने सदन अध्यक्ष से माफी मांगने का...

नवजोत सिद्धू की पत्नी ने कैंसर को हराया, बेटे की शादी से पहले मिली गुड न्यूज; साये की तरह साथ रहे पति

नई दिल्ली पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी ने कैंसर को हरा दिया है। लंबे समय...

जस्टिस देवन रामचंद्रन सुनवाई ने कहा- ऐसा रहा तो अगली पीढ़ी में एथलीट ही नहीं बचेंगे, क्यों भड़क गया केरल हाई कोर्ट

 तिरुवनंतपुरम केरल हाईकोर्ट ने समाज में खिलाड़ियों की जरूरत पर बात की है। अदालत का कहना है कि सिर्फ डॉक्टर...

वकीलों को चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनाया- तारीख पे तारीख वाली अदालत नहीं बन सकता सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में मामलों के टलने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने साफ कर दिया...

ताजमहल मामला: हिंदू सेना की हुई जीत, SC ने ASI को बोला करे सर्वे !

नई दिल्ली दुनिया के 7 आश्चर्यों में से एक ताजमहल को शाहजहां नहीं बल्कि हिंदू राजा मान सिंह ने बनवाया...

अगले पांच साल के लिए श्री सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष बने पीएम मोदी

पाटन (गुजरात) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले पांच साल के लिए श्री सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष बने रहेंगे।यह निर्णय हाल ही...

रेव पार्टी में सांप के जहर का नशा, विदेशी लड़कियां, बिग बॉस विनर एल्विश यादव मुश्किल में

नोएडा रियलिटी शो बिग बॉस से चर्चा में आए यूट्यूबर एल्विश यादव पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। नोएडा में...

आज से भूटान नरेश वांगचुक करेंगे आठ दिवसीय भारत की यात्रा, संबंधों को विस्तार देने पर करेंगे बात

नई दिल्ली भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक शुक्रवार से भारत की आठ दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। विदेश मंत्रालय...

आरबीआई कार्यालयों में डाक के जरिए 2,000 रुपये के नोट भेज सकते हैं ग्राहक

नई दिल्ली लोग अब अपने 2,000 रुपये के नोट अपने बैंक खातों में जमा कराने के लिए उन्हें बीमाकृत डाक...

विधानसभा चुनाव से पहले एसबीआई ने 1,148 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे

नई दिल्ली  इसी नवंबर में पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अक्टूबर में कुल...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।