राष्ट्रीय

अमरनाथ गुफा तक बनी रोड तो केंद्र पर भड़की महबूबा की पार्टी, हिंदुओं के साथ अन्याय

श्रीनगर जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा तक अब कुछ ही समय में वाहनों की सुविधा भी उपलब्ध हो जाएगी। बॉर्डर रोड...

सुप्रीम कोर्ट दिल्ली-पंजाब समेत 5 राज्यों पर जमकर बरसा, पराली जली तो SHO जिम्मेदार, तुरंत रोकना ही होगा

नई दिल्ली दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में फैले एयर पलूशन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा रुख अख्तियार कर...

एक और ग्लोबल एजेंसी ग्लोबल एजेंसी फिच ने अब बढ़ाया भारत का जीडीपी ग्रोथ अनुमान, ग्रोथ में चीन को लगेगा झटका

नई दिल्ली अमेरिकी रेटिंग एजेंसी एजेंसी Fitch का कहना है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर टॉप-10 उभरती अर्थव्यवस्थाओं में...

अब दिवाली-छठ पर भी मिलेगा कन्फर्म टिकट? इन रूट्स पर रेलवे चला रहा 425 स्पेशल ट्रेनें, देखें लिस्ट

नई दिल्ली उत्तर भारत के दो सबसे बड़े त्योहारों में शुमार दिवाली और छठ बस आने ही वाले हैं, इस...

1,481 करोड़ रुपये के फर्जी जीएसटी चालान रैकेट का भंडाफोड़

मेरठ वस्तु एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई), मेरठ जोनल यूनिट ने 1,481 करोड़ रुपये की फर्जी बिलिंग से जुड़े...

सुप्रीम कोर्ट से PFI को झटका, बैन को चुनौती देने वाली याचिका खारिज

नईदिल्ली UAPA के तहत प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को  सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है. शीर्ष न्यायालय...

नवी मुंबई में 96 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप मे पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

ठाणे  महाराष्ट्र में नवी मुंबई के 55 वर्षीय एक व्यक्ति से कथित तौर पर 96 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने...

मिजोरम में आज होगा मतदान, सभी तैयारियां पूरी, अंतरराष्ट्रीय सीमाएं सील

आइजोल मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की 40 सीटों पर आज मतदान होना है। इसके लिए राज्य में सभी...

2027 तक भारत पांच ट्रिलियन डॉलर को छूकर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है

नईदिल्ली वैश्विक विकास चालक के रूप में भारत का महत्व बढा है क्योंकि दुनिया की प्रगति में उसका योगदान बढ़कर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।