राष्ट्रीय

राष्ट्रीय महिला आयोग ने नीतीश कुमार से ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणी के लिए देश की महिलाओं से माफी मांगने को कहा

पटना/नईदिल्ली  राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने नीतीश कुमार के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। NCW ने मंगलवार को बिहार...

केंद्र ने त्योहारी सीजन से पहले राज्यों को 72,961.21 करोड़ रुपये जारी किए

नई दिल्ली त्योहारों के सीजन के मद्देनजर केंद्र सरकार ने नवंबर महीने के लिए टैक्स से हुई कमाई में राज्यों...

अदालत ने दापोडी रिसॉर्ट को गिराने पर रोक लगाने का आदेश रद्द किया

मुंबई महाराष्ट्र के रत्नागिरी की एक अदालत ने शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के नेता अनिल परब के निकट सहयोगी सदानंद...

महिला सैनिकों को महिला अधिकारियों के समान मातृत्व अवकाश मिलेगा: रक्षा मंत्रालय

नईदिल्ली रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने महिला सैनिकों, नाविकों और वायु योद्धाओं को उनके समकक्ष अधिकारी के समान मातृत्व, बाल...

स्कूलों में फ्री सैनेटरी नैपकिन बांटने की नीति तैयार, कोर्ट ने कहा- राष्ट्रीय मॉडल सुनिश्चित करें सरकार

नई दिल्ली सरकारी स्कूलों में सैनेटरी नैपकिन बांटने और उसके निस्तारण के बारे में राष्ट्रीय नीति का मसौदा तैयार हो...

मणिपुर हाईकोर्ट का निर्देश- हिंसा से अछूते क्षेत्रों में इंटरनेट, मोबाइल सेवा बहाल करे सरकार

इंफाल मणिपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को परीक्षण के आधार पर मोबाइल टावरों को चालू करने का निर्देश दिया है।...

भारत की ‘प्रलय’ बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण, 500 किलोमीटर तक की रैंज में कर देगी दुश्मन का खात्मा

बालासोर भारत ने मंगलवार को ओडिशा तट के अब्दुल कलाम द्वीप से सतह से सतह पर मार करने वाली कम...

BJP ने कसा तंज- ‘प्रदूषण पर SC का फैसला केजरीवाल के मुंह पर तमाचा, दिल्ली को गैस चैंबर बनाने के लिए मांगें माफी’

नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को प्रदूषण पर अपना निर्देश पारित किया। इस निर्देश को लेकर भाजपा ने मंगलवार...

पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर कसा तंज, ‘देश आजाद हो गया लेकिन इनका अंग्रेजी का भूत नहीं गया’

नई दिल्ली   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्षेत्रीय भाषाओं और हिन्दी के साथ अंग्रेजी की वकालत करने के लिए कांग्रेस...

बेंगलुरु में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश के आसार, IMD ने जारी किया ‘येलो अलर्ट’

बेंगलुरु (कर्नाटक) बेंगलुरु के 'सिलिकॉन वैली' में भारी बारिश हुई, जिससे शहर के कई हिस्सों में जलभराव और यातायात जाम...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।