राष्ट्रीय

गोवा में अवैध रूप से जमीन हड़पने के मामले में ED ने 3 आरोपियों की 11.82 करोड़ रुपये की संपत्ति की कुर्क

नई दिल्ली प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने गोवा में अवैध रूप से जमीन हड़पने से जुड़े...

यूट्यूबर मनीष कश्यप को जमानत, तमिलनाडु के केस में बेल से पहली राहत, मदुरै कोर्ट ने NSA भी हटाया

तमिलनाडु तमिलनाडु में प्रवासी बिहारियों के साथ मारपीट और हिंसा के कथित मामले में फंसे बिहार के चर्चित यूट्यूबर मनीष...

ताइवान में एक लाख लोगों को क्यों भेज रहा भारत, मोदी सरकार के इस कदम से चीन को लगेगी मिर्ची

नई दिल्ली भारत और चीन के रिश्ते काफी समय से खराब चल रहे हैं। विस्तारवादी नीति के कारण चीन दुनिया...

देश में हिंदुओं की वजह से लोकतंत्र कायम, पर अब बढ़ रही असहिष्णुता: जावेद अख्तर

मुंबई गीतकार जावेद अख्तर ने दिवाली पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हिंदू संस्कृति में सहिष्णुता की सराहना की।...

रोड रेज विवाद के बाद कुमार विश्वास की सुरक्षा से हटे CRPF के जवान

नईदिल्ली कवि कुमार विश्वास की वीआईपी सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के कमांडो को रोड रेज मामले की जांच होने तक...

4 दिसंबर से शुरू होगा संसद का शीतकालीन सत्र, संसदीय कार्य मंत्री ने बताया पूरा कार्यक्रम

नई दिल्ली संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से शुरू होगा। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को...

कश्मीर के मैदानी इलाकों में बारिश के साथ पहाड़ों पर ताजा बर्फबारी

जम्मू पर्यटन स्थल गुलमर्ग समेत जम्मू कश्मीर के कई ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है। वहीं, जम्मू, सांबा, कठुआ,...

विपक्षी नेताओं को भी राम मंदिर अभिषेक के लिए किया जाएगा आमंत्रित

अयोध्या 22 जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में किए जाने वाले राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में विपक्ष...

तमंचे के बल पर डकैती, रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में 32 मिनट में 20 करोड़ की डकैती

देहरादून उत्तराखंड के देहरादून में धनतेरस से पहले सिर्फ 32 मिनट के भीतर लुटेरों ने रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में हाथ...

भारतीय सेना को अगले साल मिलेंगे 36 घंटे उड़ने वाला 4 हर्मीस-900 स्टारलाइनर ड्रोन

नई दिल्ली हाल ही में हेरॉन मार्क-2 ड्रोन भारतीय वायुसेना का हिस्सा बना था। अब इसके बाद एक और ड्रोन...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।