छत्तीसगढ़

टाईगर रिजर्व क्षेत्र के जंगल से दुर्लभ वन्य जीव पेंगोलियन की तस्करी करते तीन आरोपी पकड़ाये लंबे समय बाद तस्करो को पकड़ने वन विभाग की टीम को मिली बड़ी सफलता- इतेश सोनी ब्यूरो छत्तीसगढ़

इतेश सोनी गरियाबंद मैनपुर - उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बफर जोन एरिया कुल्हाडीघाट वन परिक्षेत्र से काफी दुर्लभ प्रजाति...

संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय वॉलंटियर दिवस एवं विश्व मृदा दिवस पर ग्रीन केयर सोसायटी ने किया कार्यक्रम।

दंतेवाड़ा:-दिसंबर 5 को संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय वॉलंटियर दिवस एवं विश्व मृदा दिवस पर ग्रीन केयर सोसायटी इंडिया द्वारा छत्तीसगढ़ के...

ग्राम घोघोपुरी में हुआ गौठान निर्माण कार्य का भूमिपूजन

बालोद –6 दिसंबर रविवार को ग्राम घोघोपुरी में संजारी-बालोद के पूर्व विधायक, लोकप्रिय नेता भैयाराम सिन्हा जी के मुख्य आतिथ्य...

पांच दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता में मैनपुर इलेवन स्टार ने मारी बाजी- इतेश सोनी ब्यूरो छत्तीसगढ़

इतेश सोनी मैनपुरः- तहसील मुख्यालय मैनपुर से 8 किमी दूर ग्राम बेहराडीह झरियाबाहरा में आज रविवार को स्थानीय युवाओं द्वारा...

वरिष्ठ नागरिकों ने किया कोरोना उन्मूलन के लिए वैदिक यज्ञ*

आज दि. 6 दिसंबर को सीनियर सिटीजंस वेलफेयर फोरम के तत्वावधान में कलेक्टोरेट परिसर रायपुर में कोरोना उन्मूलन हेतु वैदिक...

नवनियुक्त थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह श्याम ने आज कोटवारों की बैठक ली – इतेश सोनी ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी गरियाबंद । थाना मैनपुर में आज नवनियुक्त थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह श्याम जी ने कोटवारों से मुलाकात कर...

नवनियुक्त जिला पंचायत सीईओ श्री चन्द्रकांत वर्मा ने किया पदभार ग्रहण- इतेश सोनी गरियाबंद

इतेश सोनी गरियाबंद । गरियाबंद जिला पंचायत में नवनियुक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चन्द्रकांत वर्मा द्वारा 04 दिसम्बर, शुक्रवार को...

जिला पंचायत सभापति के हाथों हुआ कृषकों को बीज व कृषि उपकरण का वितरण

बालोद–आज कृषि स्थायी समिति जिला पंचायत बालोद की सभापति ललिता पीमन साहू जी ने ग्राम टेंगना बरपारा, धनोरा व कपरमेटा...

कहां लिया गया था. हेल्थ डिपार्टमेंट के नाम पर पैसा. नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी. पढ़िए पूरी ख़बर.. आरोपी निकला शिक्षक

बालोद –वर्ल्ड वेलफेयर एण्ड हेल्थ ऑरगेनाईजेशन नामक फर्जी अस्पताल बनाकर व उसे एन.जी.ओ.बताकर, उसमेनौकरी लगाने तथा भविष्य में शासकीय नौकरी...

भूकंप की भविष्यवाणी सही साबित हुई | पत्रकार एवं रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने सूर्योदय से तीन घंटे पहले दिल्ली क्षेत्र में भूकंप आने का किया था दावा | जनता से रिश्ता ने खबर भी प्रकाशित किया था और सोनी ने अपने रिसर्च वेबसाईट में भी रिसर्च को प्रकाशित किया गया था |

भूकंप की भविष्यवाणी सही साबित हुई | पत्रकार एवं रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने सूर्योदय से तीन घंटे पहले दिल्ली...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।