छत्तीसगढ़

तीसरे हफ्ते भी बॉक्स ऑफिस पर बरकरार है लियो की कमाई, 350 करोड़ के करीब पहुंची थलपति विजय की फिल्म

तीसरे हफ्ते भी बॉक्स ऑफिस पर बरकरार है लियो की कमाई, 350 करोड़ के करीब पहुंची थलपति विजय की फिल्म...

छत्तीसगढ़ की 2 विधानसभा में भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशी नहीं डाल सकेंगे वोट

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव अंतर्गत आज मंगलवार को प्रथम चरण के चुनाव को लेकर मतदान जारी है। इसमें दो विधानसभा...

छत्तीसगढ़ की दो विधानसभा में भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशी नहीं डाल सकेंगे वोट

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव अंतर्गत आज मंगलवार को प्रथम चरण के चुनाव को लेकर मतदान जारी है। इसमें दो विधानसभा...

जानें छत्तीसगढ़ का पूरा राजनीतिक इतिहास, अजीत जोगी से लेकर भूपेश बघेल तक

रायपुर छतीसगढ़ की 90 विधान सभा सीटों के लिए दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को मतदान होंगे। दशकों...

प्रशांत अग्रवाल को पुलिस अधीक्षक पद से हटाने भाजपा ने सौंपा चुनाव आयोग को ज्ञापन

रायपुर छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता भूपेश बघेल एवं रायपुर जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल की महादेवा बेटिंग...

रसेल ब्रांड पर आरोप लगाने वाली ने बताया, कैसे उसका ‘इस्तेमाल और उसके साथ दुर्व्यवहार’ किया गया

रसेल ब्रांड पर आरोप लगाने वाली ने बताया, कैसे उसका 'इस्तेमाल और उसके साथ दुर्व्यवहार' किया गया लॉस एंजेलिस  जिस...

छग में अब तो शराबबंदी का चुनावी शिगूफा भी नहीं, हर मुख्यमंत्री नितीश कुमार नहीं हो सकता : शर्मा

रायपुर शराब के दुष्परिणामो को प्रत्यक्ष देख व भोग छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की मांग को ले मुखर जनमानस को राज्य...

पूर्वी सीरिया में अमेरिकी ठिकाने पर विस्फोट की आवाजें

पूर्वी सीरिया में अमेरिकी ठिकाने पर विस्फोट की आवाजें दमिश्क सीरिया के उत्तर-पूर्वी प्रांत अल-हसाकाह में एक अमेरिकी ठिकाने पर...

बांग्लादेश के हाथों श्रीलंका की 3 विकेट से हार, मैथ्यूज मामला गरमाया

नईदिल्ली आईसीसी विश्व कप 2023 के 38वें मैच में बांग्लादेश ने श्रीलंका को 3 विकेट से हरा दिया। श्रीलंका टीम...

महादेव सट्टा ऐप सहित 22 वेबसाइट पर केंद्र सरकार ने लगाया बैन

रायपुर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की मांग पर केंद्र सरकार ने आनलाइन क्रिकेट सट्टा...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।