छत्तीसगढ़

नड्डा बोले- भाजपा के जीतने पर विकास और कांग्रेस के जीतने पर घोटाले की गारंटी

गौरेलापेंड्रामरवाही. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा आज अपने एक दिवसीय चुनावी दौरे पर पेण्ड्रा पहुंचे जहां...

कांग्रेस ने महादेव एप प्रकरण में भाजपा के सबूतों को बताया षड्यंत्र

रायपुर. भाजपा ने रविवार को महादेव बुक सट्टेबाजी एप मामले के आरोपी शुभम सोनी का एक वीडियो जारी किया। इसमें...

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से वेस्टइंडीज के हरफनमौला खिलाड़ी सुनील नरेन ने लिया संन्यास

सेंट जॉन्स. वेस्टइंडीज के हरफनमौला खिलाड़ी सुनील नरेन ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। वेस्टइंडीज के...

*लुकेश्वरी सुरेन्द्र साहू की बढ़ती लोकप्रियता…. ग्रामीणों का आशीर्वाद….*

*लुकेश्वरी सुरेन्द्र साहू की बढ़ती लोकप्रियता.... ग्रामीणों का आशीर्वाद….*     छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव प्रचार प्रसार चुनावी सरगर्मी तेज हो...

400 साल बाद दिवाली पर बनेगा विशेष संयोग, नोट कर लें धनतेरस, महालक्ष्मी पूजा, गोवर्धन पूजा, भाई दूज की सही डेट

इस साल धनतेरस व दीपावली पर महायोग लगने जा रहा है। बताया जा रहा है कि ऐसा योग 400 साल...

सिर्फ चेहरा हैं गिरीश, हॉट सीट राजनांदगांव पर लड़ाई रमन सिंह बनाम भूपेश बघेल

रायपुर. विधानसभा चुनाव के पहले चरण की सबसे हॉट सीट राजनांदगांव के मतदाताओं की नजर में यहां लड़ाई रमन बनाम...

विजय वर्मा को पेट्रोल पंप पर और कॉल सेंटर में काम करना पड़ा और सिम कार्ड तक बेचे

'किसी चीज को अगर शिद्दत से चाहो, तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने में लग जाती है...' भले ही यह...

एक्ट्रेस का निधन, 83 की उम्र में ली अंतिम सांस, सदमे में टीवी सितारे

मुंबई  टीवी इंडस्ट्री से एक बहुत ही शॉकिंग खबर सामने आई है. फैंस के फेवरेट शो 'साथ निभाना साथिया' की...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।