छत्तीसगढ़

*आबकारी विभाग बिलासपुर की कार्यवाही 225.32 लीटर देशी मदिरा ज़ब्त*

*आबकारी विभाग बिलासपुर की कार्यवाही 225.32 लीटर देशी मदिरा ज़ब्त*     विधानसभा निर्वाचन को दृष्टिगत रखते हुए निर्वाचन आयोग...

भिंड कलेक्टर को हटाकर नए अधिकारी को जिला दंडाधिकारी पदस्थ किया जाए

भिंड जिला कलेक्टर ने भारत निर्वाचन आयोग के नियमों के विपरीत रोक लगाई भोपाल  केंद्रीय रेल मंत्री व प्रदेश चुनाव...

भाई दूज पर CM शिवराज ने खेला मास्टर स्ट्रोक, लाएंगे ‘लखपति बहना योजना’

भोपाल  मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान होना है। आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। बीजेपी...

भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने ऐतिहासिक विकास कार्य किए हैं : ज्योतिरादित्य सिंधिया

ग्वालियर भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन के सरकार ने मध्यप्रदेश को बीमारू से विकसित राज्य बनाया है। भाजपा की...

सबसे पहले पेण्ड्रा में मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा : भूपेश बघेल

पेंड्रा/रायपुर. अंतिम चरण में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज गौरेला पेंड्रा मरवाही पहुंचे जहां उन्होंने मरवाही विधानसभा के कोटमी गांव और...

हार्वर्ड के डॉक्टर ने खोला लंबी उम्र का राज, बताया 100 साल तक कैसे हैं चकाचक

हार्वर्ड लंबी उम्र और हेल्दी उम्र का नुस्खा हर कोई जानना चाहता है। लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां लोगों की असमय...

दो सीटों में ‘सौ अकबर आएंगे’ और सांप्रदायिक घटनाएं पूरे छत्तीसगढ़ को करेंगी प्रभावित?

कवर्धा. छत्तीसगढ़ के चुनाव क्या पहली बार सांप्रदायिक होने जा रहे हैं, क्या दो विधानसभा सीटों में हुईं सांप्रदायिक घटनाएं...

विराट कोहली ने शतको का लगाया अर्धशतक, तोडा सचिन तेंदुलकर का महारिकॉर्ड

नई दिल्ली भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने इंडिया वर्सेस न्यूजीलैंड वर्ल्ड कप 2023 सेमीफाइनल में 50वां वनडे शतक...

पेड न्यूज के 80 प्रकरणों में 78 उम्मीदवारों को नोटिस जारी

भोपाल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव-2023 के लिए लागू आचार संहिता के दौरान राजनीतिक पार्टियों के चुनाव प्रचार और पेड न्यूज...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।