छत्तीसगढ़

एचएस प्रणॉय कुमामोटो मास्टर्स जापान टूर्नामेंट में कोर्ट पर करेंगे वापसी

कुमामोटो. भारत के स्टार शटलर एचएस प्रणॉय, चिराग शेट्टी-सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी, किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन आज से शुरु हो से...

बीजेपी पूरे देश में गैस सिलेंडर सस्ता दें; पीसीसी चीफ दीपक बैज का तंज

मरवाही/रायपुर. पीसीसी चीफ ने मरवाही विधानसभा के बेलपत गांव मे कांग्रेस प्रत्याशी के के ध्रुव के पक्ष में चुनावी सभा...

हमास का नया ऑफर … 5 दिन का युद्धविराम अगर करे इजरायल तो हम छोड़ देंगे 70 बंधक

तेल अवीव फिलिस्तीनी समूह हमास की सशस्त्र शाखा ने कहा कि ग्रुप पांच दिन के संघर्ष विराम के बदले में...

कनाडा में खालिस्तानियों ने हिंदुओं पर की पत्थरबाजी, नहीं रास आई दिवाली

ओटावा कनाडा में खालिस्तानी संगठनों ने एक बार फिर उपद्रव करने की हिमाकत की है। कनाडा में हिंदुओं और अन्य...

ओबेरॉय ग्रुप के चैयरमैन पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय का निधन, ‘Biki’ के नाम से भी जानती थी दुनिया

नई दिल्ली. ओबेरॉय समूह के चेयरमैन पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय का मंगलवार को निधन हो गया. वह 94 वर्ष के...

प्रियंका गांधी वाड्रा का छत्तीसगढ़ दौरा आज, रायपुर में आज शाम को करेंगी रोड शो

रायपुर. छत्तीसगढ़ में तीन दिन बाद 17 नवंबर को दूसरे चरण के चुनाव होंगे। चुनाव अंतिम चरण में होने से...

काली मंदिर तलवंडी में आज अन्नकूट महोत्सव का आयोजन

इंदौर  दिपावली के पश्चात कुछ दिनों तक विभिन्न मंदिरों एवं सामाजिक संगठनों या व्यक्तियों द्वारा अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किए...

PCB ने बुलाई मीटिंग, पाक के विदेशी सपोर्ट स्टाफ की होगी छुट्टी?

कराची वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खराब प्रदर्शन के बाद पहला विकेट गिर चुका है। टीम के...

प्रदेश में चुनाव के कारण बदली पेपर की तारीख, 30 नवंबर के बजाए इस दिन होगी परीक्षा

भोपाल मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में विधनसभा चुनाव के चलते उच्च शिक्षा विभाग द्वारा एक पेपर की तारीख में परिवर्तन करते कर...

सीएम शिवराज अचानक कांग्रेस नेता गोविंद गोयल के घर पहुंच गए, जानें क्या है पूरा मामला

भोपाल 17 नवंबर को होने वाले मतदान को राज्य में पार्टियों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। 15 नवंबर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।