छत्तीसगढ़

वोट डालने जाना है, अपना फर्ज निभाना है, भाजपा को जिताना है : विष्णुदत्त शर्मा

भोपाल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा है कि मध्यप्रदेश लोकतांत्रिक मूल्यों को...

हमास यहां बनाता था इजरायल पर हमले का प्लान, एक स्ट्राइक में हुआ तबाह

तेल अवीव फिलिस्तीनी समूह हमास के ठिकानों पर इजरायल के हमले जारी हैं। अब खबर है कि इजरायली सेना ने...

फोन उठाएंगे और जरूरत पर होगी बात, बाइडेन और जिनपिंग की मुलाकात में सिर्फ इतना समझौता

वाशिंगटन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के मुखिया शी जिनपिंग की 4 घंटे चली लंबी मुलाकात में भले ही...

भगवंत मान और केजरीवाल पर भड़के दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना- दया करो, दिखावा नहीं काम चाहिए

नई दिल्ली दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने प्रदूषण की समस्या को लेकर अरविंद केजरीवाल और पंजाब की भगवंत मान...

बुंदेलखंड में चला कांग्रेस का महिला उम्मीदवार का दांव

भोपाल विधानसभा चुनाव के दौरान  बुंदेलखंड में भले ही कांग्रेस और भाजपा में टक्कर  दिखाई देता हो । लेकिन मतदान...

रायपुर पुलिस की ताबड़तोड़ चुनावी कार्रवाई, तीन दिनों में 567 आरोपियों को भेजा जेल

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस विभाग ने कमर कस ली है। रायपुर पुलिस अपराधों की रोकथाम और...

‘देश पर विपदा के समय कोई इटली चला जाता है, कोई जयपुर आ जाता है’ योगी आदित्यनाथ का सोनिया गांधी पर सीधा हमला

जयपुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधा है। योगी ने...

जांजगीर-चांपा सीट पर नारायण चंदेल चौथी बार मारेंगे बाजी?

जांजगीर चांपा. छत्तीसगढ़ के बीचो-बीच स्थित जांजगीर-चांपा को प्रदेश का हृदय स्थल कहा जाता है। कोसा, कांसा और कंचन की...

भाजपा के पन्ना प्रमुख और कांग्रेस की बूथ कमेटी घर-घर पहुंच रही

भोपाल विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को चुनाव प्रचार थमने के बाद अब सभी उम्मीदवर डोर- टू- डोर पहुंच रहे...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।