छत्तीसगढ़

प्रदेश में बंपर वोटिंग, छोटे शहरों के मतदाताओं ने निभाई ज्यादा जिम्मेदारी

  भोपाल  प्रदेश में इस बार सर्वाधिक रिकार्ड 76.22 फीसदी मतदान हुआ है। वर्ष 1985 के बाद यह अब तक...

World Cup में ऑस्ट्रेलिया को कैसे हराएं? सद्गुरु ने टीम इंडिया को जीत का मंत्र दे दिया है!

अहमदाबाद अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 19 नवंबर 2023 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के महामुकाबले के बाद घोषणा हो...

भारत, चीन सहित 18 देश आईटीटीएफ मिश्रित टीम विश्व कप के उद्घाटन संस्करण में लेंगे हिस्सा

चेंगदू. अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ (आईटीटीएफ) ने शुक्रवार को 2023 आईटीटीएफ मिश्रित टीम विश्व कप के उद्घाटन संस्करण में हिस्सा...

गरियाबंद में आईईडी धमाका, ITBP का जवान शहीद

गरियाबंद/बीजापुर. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट में भारत तिब्बत सीमा पुलिस के एक जवान मौत...

जूनियर विश्व कप में पोडियम पर जगह बनाने की काफी अच्छी संभावना: अरिजीत

बेंगलुरू. आगामी जूनियर विश्व कप के लिए भारतीय टीम के उप कप्तान बनाए गए उभरते हुए फारवर्ड अरिजीत सिंह हुंदल...

दुआ लीपा इंडिया-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले फाइनल में अपने गानों पर परफॉर्म करेंगी

इस वक्त हर तरफ क्रिकेट वर्ल्ड कप को लेकर एक अलग ही जोश देखने को मिल रहा है। वर्ल्ड कप...

मिस यूनिवर्स 2023 पेजेंट में जेन दीपिका गेरेट नाम की एक प्लस साइज मॉडल ने भी हिस्सा

इन दिनों हर तरफ मिस यूनिवर्स 2023 पेजेंट के चर्चे चल रहे हैं. इस प्रतियोगिता में जेन दीपिका गेरेट नाम...

विवेक दहिया का ‘झलक दिखला 11’ में अपनी खुद की पहचान को लेकर दर्द छलक पड़ा

मुंबई पॉपुलर टीवी एक्टर विवेक दहिया इन दिनों डांस रियलिटी शो 'झलक दिखला जा 11' में नजर आ रहे हैं।...

‘क्रिकेट की बर्बादी हमारी अपनी कमी…’, श्रीलंकाई सरकार ने जय शाह से मांगी माफी

नई दिल्ली क्रिकेट वर्ल्ड कप में टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर श्रीलंका में बवाल मचा हुआ है. श्रीलंका सरकार...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।