छत्तीसगढ़

मतदान ड्यूटी कर लौट रहे तीन शिक्षकों की सड़क दुर्घटना में मौत

कोंडागांव पहले दौर में लगी चुनावी ड्यूटी पूरी कर बोलेरो से घर वापस लौट रहे तीन शिक्षकों की सड़क दुर्घटना...

पाकिस्तान से निष्कासन के बाद अफगान नागरिकों को दुर्व्यवहार सहना पड़ा

इस्लामाबाद पाकिस्तान सरकार ने अवैध अप्रवासियों को देश से बाहर निकालना जारी रखा है। सैकड़ों और हजारों अफगान नागरिकों को...

बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा- नीतीश, तेजस्वी के इस्तीफे की मांग को लेकर अड़ा विपक्ष

पटना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनसंख्या नियंत्रण को लेकर पति-पत्नी के संबंध में दिए गए अपने बयान को...

नोटबंदी रोजगार खत्म करने की सोची समझी साजिश थी: राहुल गांधी

नई दिल्ली कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को नोटबंदी के सात साल पूरे होने पर पीएम नरेंद्र मोदी पर...

विश्व कप 2023 टिकट कालाबाजारी मामले में BCCI ने FIR की कॉपी मांगी

कोलकाता भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शहर में क्रिकेट विश्व कप 2023 मैच के टिकट कालाबाजारी मामले में कोलकाता...

भाजपा-कांग्रेस के 35 बागी नेता अपनी ही पार्टी को चुनौती देंगे

जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरे जा चुके हैं। कांग्रेस ने एक सीट गठबंधन के लिए छोड़ते हुए...

‘मुस्लिम प्रतिनिधित्व की बात करने पर मुझे कहते हैं एंटी-नेशनल’, पीएम के OBC सीएम वाले बयान पर ओवैसी का पलटवार

नई दिल्ली  ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा...

सीएम भूपेश ने पार्टी प्रत्याशी के लिए मांगे वोट

रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुंगेली में कांग्रेस प्रत्याशी थानेश्वर साहू के समर्थन में प्रचार करने के लिए...

कांग्रेस के उम्मीदवार गारंटी सहित स्थानीय मुद्दों के सहारे, भाजपा के उम्मीदवार विकास, राममंदिर, पीएम के भरोसे

भोपाल विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस जहां अपने- अपने बहुमत का दावा कर रही हों, वहीं दोनों राजनीतिक...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।