छत्तीसगढ़

*वक्ता मंच की निबंध लेखन स्पर्धा में सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया*

*वक्ता मंच की निबंध लेखन स्पर्धा में सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया*     रायपुर :- प्रदेश की प्रतिष्ठित सामाजिक...

*राजेश मूणत ने पूरी की 3 और वार्डों की जरूरत… आंगनबाड़ी से पुलिया तक 1 करोड़ के कार्यों से बदलेगी सूरत*

*राजेश मूणत ने पूरी की 3 और वार्डों की जरूरत... आंगनबाड़ी से पुलिया तक 1 करोड़ के कार्यों से बदलेगी...

*ओपन मूल्याकंन कार्य शुरू हिंदी भाषा की मुख्य परीक्षक ने हिंदी पेपर पर विधार्थियों को मार्गदर्शन दिया*

*ओपन मूल्याकंन कार्य शुरू हिंदी भाषा की मुख्य परीक्षक ने हिंदी पेपर पर विधार्थियों को मार्गदर्शन दिया*   :- ओपन...

*विश्वेशर पटेल को गौसेवा आयोग के अध्यक्ष बनने पर प्रसिद्ध आचार्य शिवानन्द साहेब ने दी बधाई*

*विश्वेशर पटेल को गौसेवा आयोग के अध्यक्ष बनने पर प्रसिद्ध आचार्य शिवानन्द साहेब ने दी बधाई*     रायपुर- दुर्ग...

*शिक्षिका गंगा शरण पासी स्कूली बच्चों के साथ मिलकर बनाया किचन गार्डन बच्चों को मिल रही है प्रेरणा ….*

*शिक्षिका गंगा शरण पासी स्कूली बच्चों के साथ मिलकर बनाया किचन गार्डन बच्चों को मिल रही है प्रेरणा ....*  ...

*धान खरीदी केन्द्रो का औचक निरीक्षण डा उषा ध्रुव सहायक आयुक्त सहकारिता व देवभोग तहसीलदार चितेश कुमार देवांगन ने किया तेल नदी पार सभी धान खरीदी उपार्जन केन्द्रो का निरीक्षण*

*धान खरीदी केन्द्रो का औचक निरीक्षण डा उषा ध्रुव सहायक आयुक्त सहकारिता व देवभोग तहसीलदार चितेश कुमार देवांगन ने किया...

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे*

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे*   रिपोर्ट :- नागेश्वर...

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे*

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे*   रिपोर्ट :-नागेश्वर मोरे...

*देवभोग भाजपा मंडल अध्यक्ष रुद्रास साहू की मौजूदगी में देवभोग शक्ति केंद्र के चुनाव प्रभारी रंजीत पात्र व सह प्रभारी अनिल बेहरा ने किया देवभोग के चारों बूथों के अध्यक्षों का चयन*

*देवभोग भाजपा मंडल अध्यक्ष रुद्रास साहू की मौजूदगी में देवभोग शक्ति केंद्र के चुनाव प्रभारी रंजीत पात्र व सह प्रभारी...

*भारत के संविधान सम्मान पद यात्रा अजाक्स के पदाधिकारियों द्वारा निकाली गई..*

*भारत के संविधान सम्मान पद यात्रा अजाक्स के पदाधिकारियों द्वारा निकाली गई..*   रायपुर - आज दिनांक 24 नवम्बर 2024...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।