शिवशंकर सोनपिपरे

अमेरिका में एक पिज्जा डिलीवरी गर्ल को प्रेग्नेंट महिला की हत्या की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया

फ्लोरिडा अमेरिका के फ्लोरिडा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां के एक पिज्जा डिलीवरी गर्ल...

विधायक एवं कलेक्टर ने एसडीएम एवं तहसील कार्यालय का किया निरीक्षण

विधायक एवं कलेक्टर ने एसडीएम एवं तहसील कार्यालय का किया निरीक्षण खुटार सर्किल कोर्ट के नवीनी करण एवं अतिरक्त कंक्ष...

कन्या विद्यालय में आयोजित किया गया वीर बाल दिवस

मनेद्रगढ़/एमसीबी सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के साहबजादे जोरावर सिंह ,फतेह सिंह अजीत सिंह एवं जुझार सिंह के शहादत...

’टॉवर गिरने की दुर्घटना में 3 श्रमिकों की मौत, 5 घायल’

’टॉवर गिरने की दुर्घटना में 3 श्रमिकों की मौत, 5 घायल’ दुर्घटना पीड़ित श्रमिकों को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने...

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गौरवशाली 100 वर्ष

अनूपपुर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के गौरवशाली 100 वर्ष (शताब्दी वर्ष) पूर्ण होंगे। साल भर चलने वाले समस्त राष्ट्रव्यापी शताब्दी वर्ष...

विधायक अरविंद पटेरिया ने वितरित किया गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार…

राजनगर राजनगर विधायक अरविंद पटेरिया मोदी जी के कार्यक्रम पश्चात अगले ही दिन बगैर थके   सुबह से ही छेत्र के...

मां नाथल दाई पर्यटन केंद्र के रूप में होगा विकसित – मुख्यमंत्री साय

 छत्तीसगढ़ के कण कण में बसी हुई है भगवान श्रीराम की स्मृतियां - मुख्यमंत्री साय मां नाथल दाई पर्यटन केंद्र...

यमन एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले थे, तभी इजरायल ने बरसा दिए बम, बाल-बाल बचे WHO चीफ

तेल अवीव विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर-जनरल टेड्रोस एडनॉम,  यमन के सना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इजरायल की एयरस्ट्राइक में...

छत्तीसगढ़ के कोंडागांव की बिटिया राष्ट्रीय जूडो खिलाड़ी

रायपुर राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में आयोजित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से राष्ट्रीय जुडो खिलाड़ी, कोंडागांव की बिटिया हेमबती...

नए साल में नोएडा की कमिश्नर लक्ष्मी सिंह समेत तीन अधिकारी बनेंगे ADG, 70 IPS को मिलेगा प्रमोशन

लखनऊ उत्तर प्रदेश के पुलिस महकमे से एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. उत्तर प्रदेश पुलिस के 70 से अधिक...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।