शिवशंकर सोनपिपरे

‘कॉफी विद करण सीजन 8’ के छठे एपिसोड में रानी मुखर्जी ने सुनाया शादी का किस्सा

मुंबई 'कॉफी विद करण सीजन 8' के छठे एपिसोड में चचेरी बहनें काजोल और रानी मुखर्जी साथ में नजर आने...

भिलाई : हाईवा और कार में हुई आमने-सामने की टक्कर, तीन लोगों की मौके पर ही हुई मौत

भिलाई. भिलाई के जामुल थाना क्षेत्र के दुर्ग धमधा मार्ग पर भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की मौके पर...

राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैम्पियनशिप: थापा और पंघाल क्वार्टरफाइनल में पहुंचे

शिलांग एशियाई चैम्पियनशिप के छह बार के पदक विजेता शिवा थापा (63.5 किग्रा) और विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता...

भाजपा महाराष्ट्र की 26 सीटों पर ताल ठोकेगी, सहयोगी दलों में हड़कंप

मुंबई अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की लड़ाई कई मायनों में बेहद अहम होगी। हालांकि सभी कि...

बांधवगढ़ में 5 लोगों की जान लेने वाले से 2 आदमखोर बाघ वन विहार भोपाल पहुंचे !

भोपाल मध्य प्रदेश में पांच लोगों को मौत के घाट उतारने वाले बांधवगढ़ रिजर्व पार्क के बाघों को भोपाल के...

सांसद संतोष ने ली विधानसभावार चुनावी समीक्षा बैठक

राजनांदगांव. बीजेपी के बस्तर संभाग प्रभारी और राजनांदगांव सांसद संतोष पाडेय ने भाजपा जिला कार्यालय में विधानसभा चुनाव की विधानसभावार...

छत्तीसगढ़ चुनाव: कबीरधाम जिला कांग्रेस कमेटी का बड़ा एक्शन, पार्टी ने 10 नेताओं को किया बाहर

कबीरधाम. कबीरधाम में मंगलवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने विधानसभा चुनाव में भितरघात को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। कमेटी...

ब्लाक के कारण इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस पांच दिसंबर से निरस्त

इंदौर  पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर मंडल के बरांझ स्टेशन पर ब्लाक के कारण रतलाम मंडल से चलने वाली ट्रेन निरस्त...

लहसुन के दाम अच्छे मिलने से किसान भी खुश, मंदसौर में 24 हजार रुपये क्विंटल बिका

मंदसौर  मंदसौर का सफेद सोना यानी लहसुन की मांग देशभर के कई राज्यों में है। लहसुन की मांग अधिक होने...

श्रमिक भाईयों के सुरंग से निकलने तक हर पल उनकी चिंता करते रहे प्रधानमंत्री जीः -विष्णुदत्त शर्मा

भोपाल  उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में हमारे श्रमिक भाई जब तक फंसे रहे, प्रधानमंत्री जी जो दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय...

You may have missed

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*