शिवशंकर सोनपिपरे

ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने मनोरंजन के क्षेत्र में रखा कदम

नई दिल्ली. ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने दुनिया के पहले क्षेत्रीय बोली ओटीटी प्लेटफॉर्म ''स्टेज'' में निवेश किया...

15 दिन के लिए बांद्रा-हरिद्वार एक्सप्रेस में दो स्लीपर कोच बढ़ेंगे

मंदसौर, शामगढ़. दिल्ली मुंबई रेलमार्ग की प्रमुख ट्रेन बांद्रा टर्मिनस-हरिद्वार देहरादून एक्सप्रेस में अभी शीतकालीन अवकाश के दौरान 15 दिन...

नर्मदा-शिप्रा बहुउद्देशीय योजना का लोकार्पण होगा नए साल में

उज्जैन. 1856 करोड़ रुपये की नर्मदा-शिप्रा बहुउद्देश्यीय योजना का लोकार्पण इस साल होना मुमकिन नहीं है। लोकार्पण अब नए साल...

मावठे की बारिश से किसान खुश, गेहूं-चना के साथ अन्य फसलों को होगा लाभ

रतलाम मौसम विभाग के अनुमान अनुुसार अंतिम दिनों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया और मावठे की पहली...

सोशल मीडिया पर पहले से ज्यादा आक्रामक रुख अख्तियार करेंगी बीजेपी

भोपाल पिछले एक दशक से सोशल मीडिया को हथियार बनाकर सत्ता हासिल करने वाली बीजेपी इस बार भी मिशन 2024...

परिणाम से पहले ही कांग्रेस के बदले तेवर, ब्यूरोक्रेसी को चेतावनी

भोपाल विधानसभा चुनाव परिणाम आने में  भले ही महज छह दिन बचे हो लेकिन कांग्रेस का कॉन्फिडेंस दिन पे दिन...

औपनिवेशिक कानून कमजोर वर्गों के लिए अत्यधिक बोझिल : उपराष्ट्रपति

नई दिल्ली उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के मुताबिक औपनिवेशिक कानूनों की विरासत ग्लोबल साउथ के देशों में कमजोर वर्गों के लिए...

‘धरती, आकाश और समुद्र… भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस ने किसी को नहीं छोड़ा’ जेपी नड्डा का हमला

कामरेड्डी तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा बीजेपी के...

प्रियंका गांधी बोली : BRS केवल चुनाव प्रबंधन करती है, BRS के नेता ना तो जनता से मिलते हैं, न समस्याएं सुनते

हैदराबाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) केवल चुनाव प्रबंधन करती है...

अमित शाह ने कहा, कांग्रेस और BRS के बीच तेलंहाना में है डील

हैदराबाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को आरोप लगाया कि तेलंगाना में कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस)...

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*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*