शिवशंकर सोनपिपरे

केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने राज्य सरकार पर लगाया आरोप, कहा- इनकी वजह से आत्महत्या करने को मजबूर किसान

सबरीमाला हाल ही में कुट्टनाड क्षेत्र में एक धान किसान की आत्महत्या को लेकर केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने केरल...

केंद्रीय मंत्री पुरी बोले- ‘सफाई के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाया है स्वच्छता आंदोलन’

नई दिल्ली विश्व शौचालय दिवस आयोजन के दौरान स्वच्छ शौचालय चैलेंज अभियान का आरंभ भी किया गया। यह अभियान 25...

आज रात बांग्लादेश तट को पार करेगा चक्रवाती तूफान ‘मिधिली’ : मौसम विभाग

नई दिल्ली भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवाती तूफान 'मिधिली' के शुक्रवार रात को बांग्लादेश तट को...

मध्य प्रदेश में शाम 5बजे तक 71% ,छत्तीसगढ़ में 67.48% मतदान दर्ज ,छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में मतदान खत्म

नई दिल्ली  छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में मतदान खत्म हो गए है। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान में दोपहर...

विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले अफ्रीका के गेंदबाज बने, गेराल्ड कोइट्जे ने तोड़ा लांस क्लूजनर का 24 साल पुराना रिकॉर्ड

नई दिल्ली   दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज गेराल्ड कोइट्जे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे सेमीफाइनल में एक बड़ी उपलब्धि...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हुए छठ पूजा के मुरीद , बोले- यह राष्ट्रीय पर्व बन गया है

नई दिल्ली नहाय-खाय के साथ आज छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है। कल खरना होगा। इसके अगले दिन संध्याकालीन...

IND vs AUS: दिग्गज माइकल बेवन ने की भविष्यवाणी, वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में भारत क्लियर फेवरेट है मगर…

नई दिल्ली भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार (19 नवंबर) को वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल खेला जाएगा। यह खिताबी...

साथ जी नहीं पाए तो खा लिया जहर, प्रेमी जोड़े ने की खुदकुशी, सरकारी स्कूल की दीवार पर लिख गए नाम और पता

नई दिल्ली फरीदकोट के कलेर गांव के सरकारी मिडिल स्कूल में एक लड़के और लड़की ने जहर खाकर आत्महत्या कर...

मैं गाना गाता दिखा, पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया अपने डीपफेक वीडियो वाला किस्सा, चिंता जताई

नई दिल्ली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए डीपफेक वीडियो के कई मामले सामने आ चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने...

You may have missed

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*