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अमेजन-माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां सरकार को हर साल लगा रहीं तीन हजार करोड़ की चपत

नई दिल्ली  अमेजन व माइक्रोसॉफ्ट जैसी विदेशी कंपनियां अवैध तरीके से ग्राहकों के एसएमएस भेजकर केंद्र सरकार व दूरसंचार कंपनियों...

मोदी सरकार के अगले 5 साल फ्री राशन पर कितना आएगा खर्च, फूड सब्सिडी का क्या है सालाना बजट?

नईदिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बड़ा ऐलान करते हुए केंद्र द्वारा संचालित मुफ्त में राशन योजना (Free...

49 प्रतिशत शिक्षक एआई प्रभाव के लिए तैयार नहीं, उन्हें तत्काल मदद की जरूरत; रिपोर्ट

नई दिल्ली जैसे-जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) सर्वव्यापी होती जा रही है, कम से कम आधे (49 प्रतिशत) शिक्षक इसके प्रभाव...

MP Assembly Election 2023: एमपी की सबसे बड़ी सीट जहां 20 साल से BJP की बादशाहत

इंदौर मध्‍य प्रदेश में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है। ऐसे में सभी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार...

ताज एक्सप्रेस 32 दिन रहेगी रद्द, गतिमान व राजधानी भी होंगी प्रभावित

ग्वालियर. मथुरा रेलवे स्टेशन पर यार्ड रिमाडलिंग प्रोजेक्ट में नान-इंटरलाकिंग कार्य के कारण रेल प्रशासन ने 20 से अधिक ट्रेनों...

MP Election 2023: जाने भाजपा-कांग्रेस पार्टियों ने जनता से क्‍या वादे किए

इंदौर विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन शेष है। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी...

मोदी सरकार के इस निर्णय से चीन को लगने जा रहा झटका, ताइवान से है कनेक्शन

नई दिल्ली  भारत और चीन के रिश्ते काफी समय से खराब चल रहे हैं। विस्तारवादी नीति के कारण चीन दुनिया...

CM भूपेश बघेल बोले – यदि कांग्रेस की सरकार बनी तो शुरू होगी गृह लक्ष्मी योजना; महिलाओं को मिलेंगे इतने पैसे

रायपुर. सीएम भूपेश बघेल ने एलान किया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनते ही प्रदेश की महिलाओं को छत्तीसगढ़ गृह...

महाकालेश्वर के आंगन में जलाईं फुलझड़ियां:गर्म जल से बाबा का स्नान, दिवाली और रूप चौदस एक साथ मनाया

उज्जैन  12 ज्योतिर्लिंगो में से एक महाकालेश्वर में दीपावली पर्व मनाया गया. इस दौरान सुबह होने वाली भगवान महाकाल की...

हादसा : निर्माणाधीन टनल का 50 मीटर हिस्सा धंसा, मलबे में दबे 36 मजदूर, पाइप से भेजी जा रही है ऑक्सीजन

उत्तरकाशी उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शनिवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया है. जिला के ब्राह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।