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इंडियन प्रीमियर लीग: मुंबई इंडियन्स से फिर जुड़े लसिथ मलिंगा, गेंदबाजी कोच की बड़ी जिम्मेदारी

मुंबई इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम मुंबई इंडियन्स ने शुक्रवार को श्रीलंका के पूर्व दिग्गज लसिथ मलिंगा को तेज...

अगर आपको चॉकलेट पसंद है तो हो जाएं अलर्ट, सीसा-कैडमियम की मात्रा ने बढ़ाई टेंशन, Hershey ब्रांड को मिली ये सलाह

नई दिल्ली अगर आपको चॉकलेट पसंद है तो ये खबर आपके लिए है। कंज्यूमर रिपोर्ट के मुताबिक चॉकलेट प्रोडक्ट्स में...

रोटी के लिए झगड़े, शिविरों में हताशा: युद्ध ने बिगाड़ा गाजा का सामाजिक ताना-बाना

यरूशलम  इजराइल और फलस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के बीच जारी युद्ध के मध्य हालात ये हैं कि लोग रोटी...

बंगाल : 253 निजी बीएड कॉलेजों को नहीं मिली छात्रों को प्रवेश देने की अनुमति

कोलकाता  पश्चिम बंगाल में कुल 253 निजी बीएड कॉलेजों को उचित बुनियादी ढांचे की कमी के कारण अगले अकादमिक सत्र...

अमेरिका के बमवर्षक विमान बी-21 ने पहली बार भड़ी उड़ान, छूटेगी रूस-चीन की कंपकंपी

वाशिंगटन अमेरिका के आसमान में पहली बार खतरनाक परमाणु बमवर्षक विमान बी-21 ने उड़ान भरी है। अमेरिका के इस कदम...

झारखंड में दिवाली पर बस दो घंटे ही फोड़ सकेंगे पटाखे, नोट कर लीजिए टाइमिंग

नईदिल्ली दिल्ली ना बनें, मुंबई वाले ही रहें...', प्रदूषण पर सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय...

सतना जिले में भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर

सतना मध्यप्रदेश के सतना जिले की सातों विधानसभा सीटों पर सोलहवें विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस...

कश्मीरी में बने दीयों से रोशन होगी दिवाली, 20 हजार दीयों के ऑर्डर की तैयारी

नई दिल्ली भारत अनेक संस्कृतियाँ वाला देश है। यहां अलग-अलग धर्म के लोग एक साथ रहते हैं। यहां रहने वाले...

अयोध्या में दीपोत्सव की धूम, सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब, निकाली गईं झांकियां

अयोध्या दीपावली की पूर्व संध्या पर प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में शनिवार को आस्था का समंदर हिलोंरे मारता दिखायी...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।