Month: October 2023

सुकमा वो जगह थी जहां लोग दिन में भी दरभाघाटी क्रोस करके आने से डरते थे, आज रात को भी मोटरसाइकिल से आते जाते हैं: सीएम बघेल

सुकमा सुकमा जिले के छिंदगढ़ में आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पहले यहां...

केंद्र सरकार से 20 गांव को मिला शतप्रतिशत पानी की पूर्ति का सर्टिफिकेट

बेमेतरा जिÞले के ग्रामीण अंचलों में नि:शुल्क घरेलू नल कनेक्शन देने का काम तेजी से किया जा रहा है। जल...

आवास सम्मेलन में शामिल होने ट्रेन से बिलासपुर पहुंचेंगे राहुल गांधी

रायपुर बिलासपुर जिले के तखतपुर में आयोजित आवास सम्मेलन में शामिल होने के लिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी राजधानी रायपुर...

मुख्यमंत्री ने किया आदिवासी विश्राम भवन का लोकार्पण

सुकमा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कोंडागांव में आदिवासी विश्राम भवन का लोकार्पण किया। इस आदिवासी विश्राम भवन...

जातिगत जनगणना हिंदुस्तान का एक्सरे, इसके आंकड़ों से ही सबके विकास की बना सकते है उचित रणनीति: राहुल गांधी

रायपुर सांसद श्री राहुल गांधी ने कहा है कि जातिगत जनगणना हिंदुस्तान का एक्सरे है। जिस तरह एक्सरे के उपयोग...

कोविड से शरीर में हुए प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने में फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका महत्वपूर्ण : बघेल

रायपुर कोरोना महामारी के कठिन दौर के बाद लोगों के शरीर में जो प्रतिकूल प्रभाव हुए, उसे दूर करने में...

निजात पर शार्ट फिल्म का यूट्यूब पर लोकार्पण

बिलासपुर बिलासपुर पुलिस द्वारा जिले में नारकोटिक्स ड्रग्स व अवैध नशा के खिलाफ एक जागरूकता और कार्यवाही अभियान चलाया जा...

मुख्यमंत्री ने विभागीय स्टॉल का किया निरीक्षण, हितग्राही मूलक योजनाओं के सामग्रियों का किया वितरण

सुकमा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा छिंदगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में  विभागीय स्टॉल का निरीक्षण के दौरान हितग्राही मूलक योजनाओं...

मुख्यमंत्री ने छिंदगढ़ में नवीन मुसरिया माता के दर्शन कर किया नवनिर्मित मंदिर का लोर्कापण

सुकमा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छिंदगढ़ स्थित नवीन माता मुसरिया मंदिर का लोर्कापण किया गया। उन्होंने मुसरिया माता  के दर्शन...

सरगुजा पुलिस विभग में हड़कंप, पुलिसकर्मियों का गांजा सेवन करते वीडियो वॉयरल,एसपी ने शुरू कराई जांच

अंबिकापुर सरगुजा जिले में मादक पदार्थों के अवैध कारोबार पर प्रभावी ढंग से रोक लगाने विशेष अभियान चलाया जा रहा...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।