राष्ट्रीय

दिवाली की आतिशबाजी के बाद देश के 10 शहरों में सबसे ज्यादा प्रदूषण

नई दिल्ली. दिवाली की रात की गई आतिशबाजी का असर पूरे भारत में दिखने लगा है। सोमवार सुबह ही दिल्ली-एनसीआर...

देश से एक्स पर महिलाओं के प्रति रोजाना लाखों द्वेषपूर्ण पोस्ट – अध्ययन

न्यूयॉर्क  देश में लैंगिक हिंसा के एक चौंकाने वाले अध्ययन के अनुसार, भारतीय रोजाना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महिलाओं...

7 मिनट में दिल्ली से गुरुग्राम! भारत में शुरू होने जा रही है Air-Taxi, जानें डिटेल

नईदिल्ली देश का ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम तेजी से बदल रहा है, बेहतर यातायात सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए फास्ट ट्रेनें, सस्ती...

रोड पर जान का दुश्मन बन रही ओवरस्पीड ड्राइविंग, 75 फीसदी मौतों की वजह स्पीड लिमिट क्रॉस

नईदिल्ली देश में सड़क हादसों की वजह से लाखों लोगों की मौत होती है. इनमें ज्यादातर मौतों की वजह ओवर...

आपराधिक कानूनों में सुधार संबंधी तीन रिपोर्टों के प्रसार और प्रकाशन का निर्देश

नई दिल्ली उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने  आपराधिक कानूनों को बदलने के विधेयकों पर संसदीय पैनल की...

भारतीयों को हर दिन आते हैं इतने फर्जी मैसेज, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नई दिल्ली भारत में साइबर स्कैम के आए दिन नए-नए मामले पढ़ने को मिलते हैं. क्या आप जानते हैं कि...

पीएम किसान योजना की 15वीं किस्त नवंबर के अंत में हो सकती है जारी!

नई दिल्ली  पीएम किसान योजना की 15वीं किस्त का इंतजार कर रहे करोड़ों लाभार्थी किसानों के लिए अच्छी खबर है।...

मोदी सरकार के अगले 5 साल फ्री राशन पर कितना आएगा खर्च, फूड सब्सिडी का क्या है सालाना बजट?

नईदिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बड़ा ऐलान करते हुए केंद्र द्वारा संचालित मुफ्त में राशन योजना (Free...

अगर आपको चॉकलेट पसंद है तो हो जाएं अलर्ट, सीसा-कैडमियम की मात्रा ने बढ़ाई टेंशन, Hershey ब्रांड को मिली ये सलाह

नई दिल्ली अगर आपको चॉकलेट पसंद है तो ये खबर आपके लिए है। कंज्यूमर रिपोर्ट के मुताबिक चॉकलेट प्रोडक्ट्स में...

49 प्रतिशत शिक्षक एआई प्रभाव के लिए तैयार नहीं, उन्हें तत्काल मदद की जरूरत; रिपोर्ट

नई दिल्ली जैसे-जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) सर्वव्यापी होती जा रही है, कम से कम आधे (49 प्रतिशत) शिक्षक इसके प्रभाव...

You may have missed

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*