राष्ट्रीय

सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा- नई विकलांगता पेंशन से पूर्व सैनिको को नुकसान नहीं 

नई दिल्ली रक्षा मंत्रालय ने नई विकलांगता पेंशन पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। यह पेंशन सैन्यकर्मियों के लिए है।...

केंद्र ने एक्स, यूट्यूब, टेलीग्राम को दी चेतावनी – बाल यौन शोषण सामग्री हटाएं या कार्रवाई का सामना करें

नई दिल्ली इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर), यूट्यूब और टेलीग्राम...

केरल स्वास्थ्य विभाग में नौकरी घोटाले का मुख्य आरोपी तमिलनाडु में पकड़ा गया

पतनमतिट्टा  केरल स्वास्थ्य विभाग में कथित रोजगार घोटाला और रिश्वत मामले के मुख्य संदिग्ध को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के थेनी...

अभी नहीं वापस आए 12,000 करोड़ के 2 हजार के नोट, बदलवाने के लिए सिर्फ आज का दिन, फिर बन जाएंगे रद्दी

नईदिल्ली भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि 2,000 रुपये के नोटों में से 87 फीसदी...

आचार संहिता लगने का काउंटडाउन शुरू, चुनाव तारीखों का जल्द होगा ऐलान

नईदिल्ली मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान को लेकर काउंटडाउन शुरू हो चुका है।...

बेंगलुरु में 100 से अधिक व्यापारिक प्रतिष्ठानों और गोदामों पर की छापेमारी

बेंगलुरु वाणिज्यिक कर विभाग को अघोषित गोदामों में बेहिसाब स्टॉक जमा करने और कर चालान जारी किए बिना उन्हें बेचने...

कर्नाटक में हफ्तेभर में चोरी हो गया 10 लाख की लागत से बना बस स्टैंड, दर्ज केस, पुलिस मामले की जांच कर रही

बेंगलुरु कर्नाटक में बस स्टैंड गायब हो गया है, सुनने में अटपटा लगे, लेकिन ये सच है। बस स्टैंड की...

न्यूजक्लिक के खिलाफ FIR में कई गंभीर आरोप- ‘देश की संप्रभुता को चोट पहुंचाने के लिए चीन से लिया गया पैसा’

नई दिल्ली ऑनलाइन पोर्टल न्यूजक्लिक के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूएपीए और आईपीसी की धाराओं में, जो...

पुलिस ने किया गिरफ्तार- व्यक्ति ने दोस्तों के साथ मिलकर रची अपहरण की साजिश, मालिक से मांगी 2 लाख की फिरौती

बेंगलुरु बेंगलुरु में एक व्यक्ति द्वारा खुद के अपहरण की साजिश रचने का मामला सामने आया है। आरोपी ने अपने...

एसवाईएल विवाद पर पीएम मोदी ने कसा तंज- देश में कई राज्य पानी के लिए लड़ने-मरने को तैयार

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक संबोधन के दौरान पड़ोसी राज्यों को नदी का पानी देने की स्थिति पर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।