राष्ट्रीय

प्रदूषण फैलाने पर गोदरेज नेस्ट व आम्र पाली सिलिकॉन सिटी समेत 17 संस्थानों पर 16 लाख का जुर्माना

नई दिल्ली  क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग ग्रेप का उल्लंघन यानी प्रदूषण फैलाने पर गोदरेज नेस्ट और आम्र पाली सिलिकॉन सिटी...

सिक्किम जलप्रलय – तीस्ता नदी में बहे सेना के हथियार और उपकरण

गुवाहाटी  सिक्किम में बाढ़ से हथियारों और विस्फोटकों सहित बड़ी मात्रा में सैन्य उपकरण तीस्ता नदी में बह गए। रक्षा...

सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में अब तक 26 लोगों की मृत्यु ,142 लापता

गंगटोक  राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जानकारी देते हुए बताया सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में अब तक 26 लोगों...

 न्यूजक्लिक की जांच:  पूर्व महिला कर्मचारी से पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस की टीम केरल पहुंची

तिरुवनंतपुरम  न्यूजक्लिक की जांच के बीच, दिल्ली पुलिस अधिकारियों की एक टीम मीडिया संगठन की एक पूर्व महिला कर्मचारी से...

धोखेबाज की हैरान कर देने वाली कहानी: 40 लाख खर्च कर कनाडा भेजी बहू, पति को भूली, PR युवक से कर ली दोस्ती…

नई दिल्ली  विदेश जाकर पढ़ने और वहां लाइफ सेट करना आज के युग में हर युवा का सपना ही नहीं...

अब सरकार ने उठाया बड़ा कदम, कनाडा जाने वाले भारतीयों के लिए जरूरी खबर

 पंजाब पंजाब समेत भारत के अन्य राज्यों से कनाडा जाते छात्रों व लोगों को फर्जी ट्रैवल एजैंटों से बचाने के...

 ITBP के जवान भगवान बनकर पहुंचे, 16 हजार फीट की ऊंचाई पर फंसे 68 लोगों की बचाई जान

सिक्किम  उत्तरी सिक्किम में बादल फटने से आई भयानक बाढ़ ने भारी नुकसान पहुंचाया। तीस्ता नदी में अचानक आयी बाढ़...

राजस्थान के बाद अब पुणे में पटरियों पर बिछाए पत्थर 

पुणे  पुणे शहर के पास अकुर्डी और चिंचवड स्टेशनों के बीच रेल पटरियों पर शुक्रवार को शरारती तत्वों ने पत्थर...

भारत में  अफगानिस्तान का दूतावास और मुंबई तथा हैदराबाद में उसके वाणिज्य दूतावास बंद नहीं होंगे

नई दिल्ली दिल्ली में अफगानिस्तान का दूतावास और मुंबई तथा हैदराबाद में उसके वाणिज्य दूतावास बंद नहीं होंगे। देश के...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।