छत्तीसगढ़

आर्थिक सर्वे: बिहार में सवर्णों में भूमिहार और पिछड़ों में यादव सबसे गरीब

पटना बिहार में जातिवार जनगणना के आधार पर आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट भी पेश कर दी गई है। विधानसभा में...

17 नवंबर के बाद ED-IT वाले ब्रेक लेंगे, लोकसभा चुनाव में फिर आएंगे’, सीएम बघेल का तंज…

छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान जारी है. इसी बीच सीएम भूपेश बघेल ने प्रवर्तन निदेशालय और आईटी पर निशाना...

भाजपा के पक्ष में मतदान कर कांग्रेस को लॉक करके चाबी बेतबा में फेंक दें : सिंधिया

ग्वालियर जब 2018 में कांग्रेस सत्ता में आई थी तो कांग्रेस सरकार ने संबल योजना, कन्यादान योजना व 51 सामाजिक...

विराट कोहली की आलोचना पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने हफीज को दिया करारा जवाब

नई दिल्ली. भारतीय दिग्गज क्रिकेटर विराट कोहली को अपने जन्मदिन पर एकदिवसीय मुकाबले में सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी...

फ्री राशन पर ये क्‍या बोल गए देवरिया के बीजेपी सांसद, पत्‍तल चाटकर भरते थे पेट…

देवरिया मुफ्त राशन से जुड़े एक सवाल पर सोमवार को देवरिया सांसद डॉ. रमापति सांसद की जुबान फिसल गई। पत्रकार...

गरीबों को लुटने से बचाया, सुविधाएं दी इसलिए एमपी के मन में है मोदी

दलितों, आदिवासियों से नफरत करती है कांग्रेस हर वंचित परिवार कह रहा-फिर एक बार भाजपा सरकार सीधी यहां के लोग...

कमलनाथ ने भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार किया – जेपी नड्डा

कांग्रेस का मतलब लूट, धोखा और छलावा भाजपा जहां होगी वहां विकास ही विकास होगा मध्यप्रदेश में अंधेरे से उजाला...

छत्तीसगढ़ में करीब 71 फीसदी वोटिंग, 20 सीटों पर जनता राजनीतिक दलों के भविष्य …

शाम 5 बजे तक 70.87 प्रतिशत हुए मतदान पंडरिया में 71.6%, कवर्धा में 72.89%, खैरागढ़- छुईखदान- गंडई में 76.36%, डोंगरगढ़...

288 करोड़ 38 लाख रूपये से अधिक की जब्ती कार्रवाई

भोपाल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 की आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील होने के...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।